गोपालपुर में ग्रामीण चिकित्सक की संदिग्ध मौत के बाद ग्रामीणों में भय

कुचायकोट। एक संवाददाता। गोपालपुर थाने के बड़हरा गांव में एक ग्रामीण चिकित्सक की सोमवार की सुबह संदिग्ध मौत हो गई। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सक की मौत को करोना संक्रमण से होने की पुष्टि नहीं की। गांव के लोगों ने स्थानीय प्रशासन से पूरे पंचायत की कोरोना जांच कराने की मांग की है। विदित हो कि पश्चिम बंगाल के तरुण मंडल पिछले तीन वर्षों से गोपालपुर थाना के बड़हरा पंचायत भवन के पास एक किराए के मकान में रहकर लोगों का इलाज करते थे।आसपास के लोगों का कहना था कि वह पिछले पांच दिनों से तेज बुखार, खांसी, जुकाम व सांस लेने के समस्या से पीड़ित थे। कोरोना संक्रमण की वजह से उक्त चिकित्सक को कोई इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने के लिए भी तैयार नहीं था। ऐसे में रविवार की देर रात उनकी स्थिति बिगड़ी। सोमवार की अहले सुबह घर में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। जानकारी मिलने पर आसपास के लोगों ने स्थानीय थाना, पीएचसी सहित उनके परिजनों को दी। सोमवार की सुबह मृत चिकित्सा के कुछ परिजन बड़हरा पहुंचे । हालांकि मौत करोना से होने के संदेह में कोई भी शव को छूने तक को तैयार नहीं था। चिकित्सक के कोरोना से मौत की खबर तेजी से फैलने लगी । जिससे आसपास के लोग दहशत में आ गए। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग से बड़हरा पंचायत भवन के आसपास कैंप लगाकर लोगों की कोरोना जांच की मांग की।

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