सीपेज ने फेरा सब्जी की खेती पर पानी

सुपौल। लंबे समय तक सब्जी की खेती के लिए चर्चित रहे सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड क्षेत्र के लोग अब दूसरी जगहों की सब्जी पर आश्रित हो चुके हैं। इस क्षेत्र में सब्जी की खेती को सीपेज का पानी इस कदर प्रभावित किया है कि लोग चाहकर भी अपने खेतों तथा अगल-बगल के जगहों पर सब्जी नहीं उगा पा रहे हैं। प्रखंड के उत्तरी भाग का क्षेत्र पुरानी भपटियाही, कल्याणपुर, पिपराखुर्द, सदानंदपुर, बैसा, सिमरी, नोनापार, शाहपुर पृथ्वीपट्टी, कोढली आदि गांव में पहले व्यापक पैमाने पर सब्जी की खेती होती थी। कोसी का पानी जब से पूर्वी बांध से सटकर बहने लगा तबसे इस इलाके में सब्जी की खेती प्रभावित होने लगी थी। धीरे-धीरे जब खेतों में लगातार रूप से सीपेज का पानी रहने लगा तब इस इलाके से एक तरह से सब्जी की खेती गायब ही हो गई। इस क्षेत्र में जो पहले सब्जी की खेती होती थी उसे सहरसा, मधेपुरा, मधुबनी, फारबिसगंज, किशनगंज, बेगूसराय, खगड़िया सहित अन्य जगह भेजी जाती थी लेकिन उसी इलाके के लोग अब फारबिसगंज सहित अन्य जगहों की सब्जी पर निर्भर होते जा रहे हैं। सब्जी पैदा करने वाले कई किसानों का कहना है कि सीपेज के पानी के कारण उन लोगों के हाथ से व्यावसायिक खेती खिसक चुकी है।


-------------------------------- नहीं दिख रहा कहीं निदान
सीपेज के कारण सब्जी की खेती प्रभावित होने और इससे कई लोगों के बेरोजगार हो जाने जैसे मसले का कहीं दूर-दूर तक निदान दिखाई नहीं दे रहा है। इस संबंध में कुछ सब्जी खेतिहरों का कहना है कि जब तक सीपेज के पानी का स्थाई निदान नहीं होगा तब तक इस इलाके में फिर से सब्जी की खेती शुरू नहीं हो सकेगी। खेतिहरों का कहना है कि वह सभी कड़ी मेहनत कर सब्जी की खेती करते हैं लेकिन बीच में ही सीपेज के पानी की भेंट चढ़ जाती है।
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