सिर्फ सब्जी मंडी में ही फैल रहा कोरोना, अन्य मंडियों में नहीं क्या

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गुस्सा
गांधी मैदान में दुकान लगाने के निर्देश का नहीं थम रहा विरोध
आक्रोशित विक्रेताओं ने कहा, कोरोना से नहीं भूख से मर जाएंगे
फोटो संख्या - 7
कैप्शन - शहर के सब्जी मंडी की दुकानें गांधी मैदान में स्थानांतरित किए जाने के प्रशासन के निर्देश के खिलाफ विरोध जताते सब्जी विक्रेता।
सीवान। हिन्दुस्तान संवाददाता
कोरोना महामारी में भीड़ से बचने व सोशल डिस्टेंस को बनाए रखने के लिए शहर स्थित सब्जी मंडी को गांधी मैदान स्थानांतरित किए जाने को लेकर जारी विरोध थमने की जगह दिन ब दिन बढ़ते जा रहा है। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि सिर्फ सब्जी मंडी में ही कोरोना फैल रहा है, बाकी बाजारों में नहीं। शहीद सराय, गल्ला पट्टी, फल मंडी, तेलहट्टा समेत अन्य मार्केट में खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है, लेकिन वहां की दुकानें तो प्रशासन द्वारा नहीं हटाई जा रही। तेलहट्टा में 8 फीट की जगह 4 फीट पर दुकानें सिकुड़ कर हो गई। मखदुम सराय में यही हाल है। बहरहाल, गांधी मैदान में सब्जी दुकान नहीं लगाने के अपने पूर्व के निर्णय पर अडिग सब्जी विक्रेताओं ने सोमवार को शहर के सब्जी मंडी में विरोध जताया। इस दौरान सब्जी विक्रेताओं ने कहा कि प्रशासन का जब मन करता है सब्जी मंडी को हटाने का फरमान जारी कर देती है, लेकिन हमारे लिए कोई जगह नहीं तय की जाती। व्यवसायियों ने कहा कि उनकी बातें कोई सुनने वाला नहीं है। सदर विधायक भी उनकी बात को नहीं सुन रहे, विधायक कह रहे कि हम क्या कर सकते हैं। सब्जी विक्रेताओं ने कहा कि गांधी मैदान में दुकान लगाने की कोई व्यवस्था नहीं है। वहां पर तो पहले भूख से मर जायेंगे, बाद में कोरोना से मरेंगे। सब्जी मंडी के अध्यक्ष मो. यामुद्दीन ने कहा कि 2020 में कोरोना आया तो थोक सब्जी मंडी को दारोगा राय कॉलेज भेज दिया गया। दो-तीन माह बाद बरसात के कारण परेशानी से दुकान लगाना मुश्किल हो गया। सभी सब्जी विक्रेताओं ने कहा कि पांच दिनों से उनकी दुकानें नहीं लग रही है, परिवार भूखमरी के कगार पर है।

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