झूठ, बुराई व लालच से बचाता है पाक रोजा

नसीहत

भीषण गर्मी में भी अकीदत के साथ कर रहे इबादत
परिवार, समाज व देश की सलामती के लिए दुआ
फोटो-12. सोमवार को हसनपुरा में एक ही परिवार की नन्ही रोजेदार रोजा रख दुआ करती हुईं।
हसनपुरा। एक संवाददाता
रहमत व बरकत का महीना रमजान इस बार भीषण गर्मी से गुजर रहा है। इस बार भी लोग अपने घरों में रहकर अकीदत के साथ इस इम्तेहान में अल्लाह के रास्ते पर चल रोजा रख इबादत कर रहे हैं। इस माह में की गई एक नेकी के बदले सतर नेकियों के बराबर फल मिलता है। रमजान में रोजा रखने वाले हर रोजेदार अपनी बुरी आदतों से दूर रहने के साथ -साथ खुदा के रास्ते पर अमल करता है। रमजान माह में रोजेदार को झूठ बोलने, पीठ पीछे किसी की बुराई करने व लालच करने से बचना है। नहीं तो इससे उसका रोजा टूट जाता है। वहीं क्षेत्र के हर मुस्लिम घर की औरतें इफ्तार की तैयारी में दोपहर बाद से ही लग जा रही हैं। इस भीषण गर्मी में भी रोजेदारों का इम्तेहान जारी है। जहां सोमवार को रमजान माह का तेरहवां रोजा रख लोगों ने खुदा की इबादत की। इस्लाम धर्म में रोजा रखना हर बालिग का फर्ज है। रमजान में पूरे महीने का रोजा रखना हर बालिग मर्द और औरत पर फर्ज है। हालांकि इस बार रोजा में छोटी बच्चियां व बच्चे पहले से ही तैयारी कर रोजे पूरा कर रहे हैं। वे अपने नन्हें हाथों से दुआ मांग रहे हैं।
खुदा के रास्ते पर व भरोसा रख इबादत में मशगूल
उसरी खुर्द की मुशर्रत परवीन 15 वर्ष, नाहिद परवीन 16 वर्ष, सिदरा परवीन 10 वर्ष, फिजा परवीन 8 वर्ष, सिमरन परवीन 12 वर्ष व शना परवीन 13 वर्ष की नन्ही रोजेदार अबतक के इस माह के सभी रोजे रख खुदा से दुआ कर रही हैं। नन्ही रोजेदारों का कहना है कि इस माह में खुदा के रास्ते पर व भरोसा रख इबादत में मशगूल रहती है। दीनी तालीम के साथ साथ नमाज, कुरान की तिलावत करती हैं। इनमें से कुछ बच्चियां पिछले साल भी रोजा रख कोरोना महामारी का प्रकोप से बचने की दुआ की थी। वहीं इस बार भी खुदा से दुआ करके अपने मां बाप व अपने गांव व मुल्क को कोरोना से बचाने के लिए दुआ कर रही हैं। दूसरी तरफ शेखपुरा निवासी मूसा खान की 9 वर्षीय मासूम बच्ची मंताशा परवीन भी अब की बार भी सभी रोजे पूरे कर रही है।

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