आइसोलेशन वार्ड में आठ वेंटिलेटर चालू, एनआईवी वेंटिलेटर की है जरूरत

आइसोलेशन वार्ड में मरीजों को वेंटिलेटर की मिलने लगी है सुविधा

सरकार के आदेश के बाद वेंटिलेटर को किया गया है चालू
हमारे संवाददाता
छपरा। छपरा सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में आठ वेंटिलेटर को चालू कर दिया गया है जिससे कोविड-19 के गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों के इलाज में सहूलियत मिल रही है। जो बेहोशी की हालत में मरीज आते हैं उनके लिए चार बेड का वेंटिलेटर है। चार अतिरिक्त वेंटिलेटर की व्यवस्था कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए की गई है। वेंटिलेटर की यह व्यवस्था राज्य सरकार के आदेश से की गयी है। मरीजों को राहत देने के लिए फिलहाल लोग इसे उपयोगी बता रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि आठ वेंटिलेटर चालू किए गए हैं। यहां टेक्नीशियन तथा निश्चेतक की व्यवस्था है। जिन मरीजों को वेंटिलेटर पर रखना है उन्हें जरूरत के हिसाब से डॉक्टर रखते हैं। हां सभी वेंटिलेटर चालू अवस्था में है । मुख्यमंत्री के आदेश के बाद इस व्यवस्था का लाभ मरीजों को मिल रहा है ।
आइसोलेशन में एनआईवी वेंटिलेटर की जरूरत
हालांकि प्रमंडल का इस अस्पताल को लेकर लागों व मरीजों की भिन्न धारणा भी है। कई लोगों का मानना है कि यह प्रमंडलीय मुख्यालय है। यहां आईडीडी बैठते हैं। ऐसे में यहां इलाज की आधुनिक सुविधा मौजूद होनी चाहिए। प्रमंडल भर के लोगों की उम्मीद इस अस्पताल से होती है। आइसोलेशन वार्ड के नोडल पदाधिकारी डॉक्टर केएम दुबे ने बताया कि छपरा सदर अस्पताल के आइसोलेशन में फिलहाल एनआईवी वेंटिलेटर की जरूरत है । इसमें मरीजों को नाक में ट्यूब नहीं डाला जाता है। मास्क वाल विथ ट्यूब होता है। इसके लिए सिविल सर्जन और जिला अधिकारी तथा संबंधित विभाग को लिखा गया है। यह वेंटिलेटर गंभीर मरीजों के इलाज में मददगार साबित होता है। उन्होंने कहा कि उनआईवी वेंटिलेटर होने से मरीजों का और प्रभावी तरीके से इलाज हो पाता है। यह सदर अस्पताल में हो जायेगा तो कोविड के मरीजों को सुविधा होने लगेगी। उम्मीद है कि राज्य सरकारी जल्दी ही इस सुविधा को भी छपरा सदर अस्पताल में बहाल कर देगी। फिलहाल आठ वेंलिेटर से मरीजों को काफी फायदा पहुंचा है।

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