कोरोना पॉजिटीव सभी मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं

भेल्दी।एक संवाददाता

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। कई लोगों ने सवाल उठाया कि क्या सर्दी, बुखार और खांसी ही कोरोना के लक्षण हैं और यदि हां तो क्या इसके लिए अस्पताल में भर्ती होना जरूरी है। इस पर गड़खा सीएचसी की डॉक्टर मेहा कुमारी का कहना है कि कोरोना पॉजिटिव सभी मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं होती है, इसलिए पॉजिटिव रिपोर्ट आते ही घबराना नहीं चाहिए। घर पर रहकर ही संक्रमण का बहुत अच्छी तरह इलाज किया जा सकता है। सर्दी, बुखार और खांसी कोरोना के सिंप्टम्स हैं। ऐसे में अगर ये लक्षण दिखे तो कोविड की जांच जरूर कराएं। हालांकि उनका यह भी मानना है कि बुखार कोरोना के लक्षण नहीं ही भी हो सकते हैं। कालाजार, मलेरिया, टायफाइड आदि बीमारियों में भी बुखार सामान्य लक्षण है। खांसी के भी कई लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में बिना जांच के कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। इसलिए इस तरह का कोई भी सिंप्टम्स दिखे तो कोविड की जांच जरूर कराएं। यदि आप हल्के लक्षणों वाले कोरोना संक्रमित मरीज हैं तो आप घर पर ही तुरंत होम क्वारंटाइन होकर अपना इलाज शुरू कर दें। इसके लिए आप डॉक्टर की सलाह से दवाएं और घरेलू उपचार शुरू करके खुद को स्वस्थ रख सकते हैं। डॉ मेहा के अनुसार आइसोलेशन या घर पर रहने वाले कोरोना के हल्के लक्षण या बिना लक्षण वाले मरीजों का इलाज किया जा सकता है। हां! उन्हें नियमित अपने ऑक्सीजन लेवल और फीवर की जांच करती रहनी चाहिए।

अन्य समाचार