डीपीओ की अदूरदर्शिता के कारण हुआ शिक्षक का निधन

युवा के लिए

लगाया आरोप
सिसवन के शिक्षक के निधन पर दिनेश सिंह ने जताया दुख
यूएमएस रामपुर में कार्यरत थे शिक्षक अर्जुन नारायण सिंह
सीवान। एक संवाददाता
यूएमएस रामपुर में कार्यरत शिक्षक अर्जुन नारायण सिंह ने निधन पर प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश उप महासचिव दिनेश सिंह ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उनकी असामयिक निधन के लिए डीपीओ स्थापना को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि उनकी अदूरदर्शिता के कारण ही अर्जुन नारायण सिंह की समय से पहले मौत हो गयी। समय रहते उनका वेतन भुगतान हो गया रहता तो उनकी जान बचायी जा सकती थी। रुपये के अभाव में उनका समुचित इलाज नहीं हुआ। कहा कि सिसवन प्रखंड के 52 शिक्षकों का 2015 में वेतन निर्धारण तत्कालीन बीईओ गुलाम सरवर द्वारा नहीं किया गया था। वेतन के निर्धारण के लिए मोटी रकम की मांग की जा रही थी। सभी 52 शिक्षकों में अधिकांश ने वेतन बाधित किए जाने को लेकर हाईकोर्ट चले गए थे। इस दौरान शिक्षक डीएम, डीईओ और डीपीओ को पत्राचार करते रहे। इस मामले में तत्कालीन डीएम ने एक जांच टीम गठित किया था, जिसमें एसडीएम, डीईओ व एक अन्य अधिकारी थे। जांच में अधिकारियों ने डीएम को रिर्पोट सौंपा था कि अकारण शिक्षकों का वेतन बंद किया गया है। शिक्षक कहीं से भी दोषी नहीं है। इनका वेतन भुगतान अविलंब किया जाय। बावजूद वेतन का भुगतान नहीं हुआ। शिक्षक नेता दिनेश सिंह ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि डीपीओ ने 52 शिक्षकों में 50 का मोटी रकम की उगाही करके वेतन भुगतान कर दिया। लेकिन, दो शिक्षकों अर्जुन नारायण सिंह और एक अन्य शिक्षक का वेतन भुगतान नहीं किया। चिकित्सा के अभाव में शिक्षक की मौत होने को डीपीओ को जिम्मेदार मानते हुए दिनेश सिंह ने जिला प्रशासन से उनपर अपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की।

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