शादी की खुशियों को कोरोना डायन का खौफ

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सन्नाटा
सभी को सता रहा संक्रमण का डर
शादियों में नहीं दिख रहा है उत्साह
लकड़ी नबीगंज। एक संवाददाता
एक तरफ जहां हिन्दू लग्न के अनुसार बड़े पैमाने पर शादी विवाह की तिथियां निर्धारित हैं। वहीं शादी को लेकर लोगों की खुशियां को कोरोना का भय सता रहा है। बेटे-बेटियों की शादी को लेकर लोग वर्षों से आस लगाए बैठे रहते हैं। शादी विवाह वाले घरों में इसे लेकर महीनों पूर्व से तैयारी की जाती है। परिवार के लोगों में गजब का उत्साह रहता है। परंतु इस वर्ष कोरोना ने लोगों को खुशियों को पूरी तरह छीन लिया है। चर्चा है कि 26 अप्रैल को प्रखंड के एक गांव में शादी की तिथि निर्धारित थी। परिवार के लोग उत्साह के साथ तैयारी में लगे थे। रिश्तेदारों का शादी को लेकर घर पहुंचना शुरू हो गया था। शादी के एक दिन पहले बाहरी प्रदेश में रह रहा परिवार का एक सदस्य भी घर पहुंचा। परंतु वह महामारी से संक्रमित था। इसकी जानकारी मिलते ही परिजनों के होश उड़ गए। एक तरफ परिजनों को शादी में व्यवधान उत्पन्न होने का भय था। तो दूसरी ओर संक्रमित सदस्य को लेकर भी चिंता थी। ऐसे में परिवार के लोगों ने यह निर्णय लिया कि संक्रमित को किसी एक कमरे में सुरक्षित रखवा दिया जाय। उसे उसी कमरे में रखकर दवा इलाज मिलती रहे। संक्रमित को अलग रखकर किसी तरह विवाह की प्रक्रिया पूरी हो जाय। संक्रमित सदस्य को अलग रखकर विवाह की रस्म पूरी की गई। प्रखंड के अन्य स्थानों पर भी कोरोना की वजह से लोगों में खासा उत्साह नहीं देखा जा रहा है। हालांकि जानकारों का मानना है कि महामारी से लोगों को तनिक भी घबराने की जरूरत नहीं है। लोग सरकारी गाइडलाइन का पालन कर संक्रमण की चपेट में आने से पूरी तरह बच सकते हैं।

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