कोरोना संक्रमण को रोकने में कारगर है होम्योपैथिक उपचार

मधेपुरा। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए। अति आवश्यक कार्य होने पर मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकले एवं शारीरिक दूरी बनाए रखने का हमेशा प्रयास करें।

बिहारीगंज निवासी आयुष चिकित्सक डॉ.विवेक भारती ने बताया कि कोरोना काल के दूसरे आक्रामक दौर में दिन-रात मरीजों की सेवा करना एक सुखद एहसास है। क्योंकि मेरे लिए क‌र्त्तव्य से बढ़कर कुछ भी नहीं है।कोरोना का संक्रमण बहुत तेजी से होता है। इस मौसम में सर्दी,खांसी, बुखार होना साधारण बात है। यह कोरोना संक्रमण का कारण नही है। लेकिन इस दौरान विशेष परेशानी होने पर अविलंब चिकित्सक से संपर्क करनी चाहिए। कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए घर पर रहकर भरपूर मात्रा में ताजा फल,हरी सब्जी एवं तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिए। उन्होंने बताया कि होम्योपैथिक दवाई आप एहतियातन पहले खाए। इससे शरीर सबल बनेगा एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होगा। जो करोना संक्रमण की लड़ाई में कारगर होगा। काफी सस्ता है होम्योपैथिक दवाई : होम्योपैथिक दवा काफी सस्ता है। जो कहीं भी किसी भी होम्योपैथिक दवा दुकान में मिलती है।कोरोना संक्रमण काल में उसकी रोकथाम एवं बचाव के लिए होम्योपैथ चिकित्सा रामवाण है। 80 रुपए से 100 रूपए की होम्योपैथिक दवा कोरोना काल में आपके जीवन की रक्षा करेगी। होम्योपैथिक चिकित्सा के माध्यम से बहुत कम एवं मामूली खर्च में लाइलाज कोरोना बिमारी का रोकथाम एवं बचाव किया जा सकता है। कारगर है होम्योपैथिक उपचार : आर्सेनिकम ऐल्बम 30 नामक दवा को तीन दिन सुबह खाली पेट में 3-4 बूंद लेने से जहां कोरोना संक्रमण से लड़ने की ताकत में इजाफा होता है। वहीं शरीर के इम्युनिटी लेवल को मजबूत एवं सबल बनाने के अलावे रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढता है। एंटीमोनियम टॉर्तेरीकम -30 को खाने से कोरोना संक्रमण को फेफरे में तेजी से फैलने से रोकता है। इस दवा के प्रयोग से जहां फेफरे को अतिरिक्त ताकत प्रदान करती है। वहीं सांस लेने में हो रहे तकलीफ को भी दूर करने में काफी सहायक होती है। इतना ही नही यह कोरोना संक्रमण को रोकने में भी काफी कारगर है।

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