दो डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर के बाद भी नहीं सुधरी हालत

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पड़ताल
सुविधाविहीन
ऑक्सीजनयुक्त बेड के लिहाज से काफी अधिक मरीज पहुंच रहे हैं अस्पताल
सौ बेड वाले महाराजगंज डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर पर महज 49 मरीज ही
फोटो-05, सांस लेने पर परेशानी के बाद सदर अस्पताल में आयी एक महिला फर्श पर सोने को मजबूर।
सीवान। निज प्रतिनिधि
जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमित मरीजों के उपचार को लेकर दो डेडिकेटेड सेंटर बनाए गए हैं। जहां सांस लेने में परेशानी और कोविड- 9 के लक्षण वाले मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इन दोनों सेंटरों पर करीब दो सौ ऑक्सीजनयुक्त बेड होने के बावजूद अस्पताल आए कई मरीजों को समय से इलाज व बेड मिलने की दिक्कतें दूर नहीं हुई हैं। इलाज के दौरान आने वाली दिक्कतों के कारण मरीज व उनके परिजनों को लगातार समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को भी सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के लगभग सभी वार्ड सांस लेने में तकलीफ वाले गंभीर मरीजों से भरे पड़े थे। सभी को इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टर की देखरेख में ऑक्सीजन व इलाज किया जा रहा था। लेकिन, अस्पताल में बेड के लिहाज से मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद इलाज को लेकर संकट पैदा हो गया। कई मरीज वाहनों में सोए-सोए बेड खाली होने का काफी देर तक इंतजार करते रहे। इसके अलावा कई मरीज फर्श पर सोए पड़े मिले।
दोनों सेंटरों में मरीज हो रहे हैं भर्ती
स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार महाराजगंज स्थित डेडिकेटेड सेंटर में पहले से ही जबकि जिला मुख्यालय के मालवीय चौक स्थित डेडिकेटेड सेंटर में भी कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया है। महाराजगंज सेंटर पर 49 मरीजों को भर्ती कर इलाज दिया जा रहा है।
ऑक्सीजन की कमी नहीं लेकिन फ्लोमीटर की अनुपलब्धता
यह सही है कि जिले में ऑक्सीजन सिलेंडरों की कमी नहीं है। लेकिन मरीजों के लिहाज से व्यवस्था नहीं होने के कारण इलाज में दिक्कतें आ रही हैं। अस्पताल में बेडों की संख्या के लिहाज से काफी अधिक संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। सभी को सांस लेने में परेशानी की ही परेशानी है। ऐसे में ऑक्सीजन सिलेंडर होते हुए भी फ्लोमीटर की अनुलब्धता के कारण बेड से अतिरिक्त मरीजों को समय से ऑक्सीजन मुहैया नहीं कराया जा रहा है।

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