शहर में दो स्थानों पर सामुदायिक रसोई शुरू, प्रखंडों में सिफर

छपरा। नगर प्रतिनिधि

लॉकडाउन में कोई भूखा नहीं रह जाए, इसके लिए जिला प्रशासन ने सामुदायिक रसोई शुरू करने का फैसला किया है। छपरा शहर में निर्धन, मजदूर, नि:शक्त आदि जरूरतमंद को सुबह-शाम भोजन की फ्री में व्यवस्था के लिए गुरुवार से सामुदायिक रसोई प्रारंभ कर दी गयी। जिलाधिकारी डॉ नीलेश रामचंद्र देवरे ने बताया कि आपदा प्रबंधन की ओर से सामुदायिक रसोई केंद्र संचालित किए जाएंगे। कोरोना काल व लॉकडाउन लगने के बाद मजदूरों सहित अन्य तबके के लोगों को हो रही परेशानियों को लेकर आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। सामुदायिक किचन की शुरुआत अब तक नहीं होने के बारे में भी जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया गया था। सामुदायिक किचन शुरू नहीं होने पर लोगों की दिक्कतों के बारे में भी विस्तार से खबर प्रकाशित की गई थी। इसके बाद जिला प्रशासन सक्रिय हुआ और समुदाय किचन की शुरुआत शहर में दो स्थानों पर की गई है। जिलाधिकारी डॉ नीलेश रामचंद्र देवरे के निर्देश के बाद सदर सीओ सत्येंद्र कुमार सिंह ने शहर के बी सेमिनरी व जिला स्कूल के प्रांगण में सामुदायिक किचन की शुरुआत कराई। सामुदायिक किचन के पहले पहले दिन गुरुवार को 100 से अधिक मजदूरों ने नि:शुल्क भोजन किया। रिविलगंज के रहने वाले ठेला चालक संजय कुमार ने बताया कि शहर में सामुदायिक किचन की शुरुआत होने से उन जैसे लोगों को विपदा की इस घड़ी में काफी सहूलियत हुई है। पिछले साल इंजीनियरिंग कॉलेज में सामुदायिक किचन चलता था तो दूरी होने के कारण वे लोग चाहकर भी वहां नहीं जा पाते थे। वहीं यूपी के रहने वाले गणेश प्रसाद ने बताया कि वह शहर में रहकर ही पोलदारी का कार्य करते हैं लेकिन लॉकडाउन के कारण काम छूटने के से रोजी रोटी के भी लाले पड़ गए हैं। सामुदायिक किचन में खाना स्वादिष्ट मिला। इस तरह की बात कई अन्य लोगों ने कही। सदर सीओ ने बताया कि जिलाधिकारी से मिले गाइडलाइन के मुताबिक सामुदायिक किचन में लोगों को खाना खिलाया जा रहा है। सोशल डिस्टेंस को भी बरकरार रहने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अन्य जगहों पर भी शीघ्र ही सामुदायिक किचन की शुरुआत की जाएगी। जिलाधिकारी के स्तर पर सामुदायिक किचेन की मॉनिटरिंग की जा रही है।
15 मई तक मिलेगा दोनों का वक्त का खाना
सभी केंद्रों पर 15 मई तक जरूरतमंद को सुबह-शाम निर्धारित समय पर भोजन उपलब्ध कराएगा जाएगा। केंद्र में बिजली, पानी, साफ-सफाई, हैंडवाश, सेनेटाइजेशन आदि की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है। शारीरिक दूरी का पालन करना सभी के लिए अनिवार्य होगा। विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्रों पर वरीय नोडल पदाधिकारी, नोडल पदाधिकारी तथा सहायक पदाधिकारी नियुक्त किए गए हैं।

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