मिशन एडमिशन : नामांकन में छात्राओं की पहली पसंद जेपीएम कॉलेज

मिशन एडमिशन : नामांकन में छात्राओं की पहली पसंद जेपीएम कॉलेज

इंटर से स्नातकोत्तर तक की होती है पढ़ाई
सीसीटीवी व लाइब्रेरी से लैस है कॉलेज
छपरा। हिन्दुस्तान प्रतिनिधि
स्नातकोत्तर व स्नातक में नामांकन के लिए छात्राओं की पहली पसंद जेपीएम कॉलेज है। जयप्रकाश महिला कॉलेज जिले का एकमात्र महिला महाविद्यालय है। यहां इंटर से लेकर पीजी तक की पढ़ाई होती है। जेपी विवि की अंगीभूत इकाई जयप्रकाश महिला कॉलेज में एडमिशन पाने की ख्वाहिश सिर्फ छपरा ही नहीं, पूरे सारण प्रमंडल की लड़कियों को रहती है। एडमिशन नहीं मिलने की स्थिति में ही लड़कियां अन्य कॉलेजों में एडमिशन कराने का प्रयास करती हैं। शहर के बीचों-बीच श्रीनंदन पथ पर जेपीएम कॉलेज स्थित है। नगर पालिका चौक या राजेंद्र सरोवर से पैदल पांच सौ मीटर चलकर कॉलेज पहुंचा जा सकता है।
शहर के मध्य में स्थित है कॉलेज
लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नाम पर शहर के मध्य श्रीनंदन पथ पर 1956 में स्थापित जयप्रकाश महिला कॉलेज शुरुआती दौर में बिहार विश्वविद्यालय,मुजफ्फरपुर की अंगीभूत इकाई के रूप में कार्यरत था । जेपी विवि की स्थापना के बाद इसकी अंगीभूत इकाई के रूप में लड़कियों के उच्च शिक्षा पाने के सपने को पूरा कर रहा है।
सीसीटीवी से लैस है कॉलेज
जेपीएम कॉलेज सीसीटीवी कैमरा से लैस है। यहां विद्यार्थियों के कैंपस में वाई -फाई की सुविधा है। खेल कूद की गतिविधि हमेशा होती रहती है। समय -समय पर कैंपस सेलेक्शन होता है। कम्प्यूटर शिक्षा की व्यवस्था है। कॉमन रूम व लैग्वेज लैब है। कॉलेज में ई लाइब्रेरी की सुविधा है। यहां की लाइब्रेरी में करीब 46 हजार से अधिक पुस्तके हैं। आधुनिक सुविधा से लैस प्रयोगशाला भी हैं।
एनएसएस के साथ अन्य गतिविधियां
कॉलेज में पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद व सांस्कृतिक गतिविधि होती है। कॉलेज में एनएसएस की समृद्ध इकाई है। यहां के छात्राएं पीआरडी कैंप में भी शिरकत कर चुकी है। हाल ही में अंतर विवि एकलव्य कार्यक्रम में कॉलेज की छात्राओं का शानदार परफॉर्मेंस रहा । तरंग में ओवरऑल यूनिवर्सिटी में भी छात्राएं चैंपियन रही।
एनसीसी यूनिट की है दरकार
आरएसए नेत्री जयप्रकाश महिला महाविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष सोनम कुमारी ने बताया कि सांस्कृतिक व खेल गतिविधियों का आयोजन बहुत दिनों से कॉलेज में बंद था लेकिन लगातार संघर्ष से तरंग व एकलव्य कार्यक्रम की शुरुआत हुई । छात्राएं लगातार एनसीसी की एक यूनिट खोलने के लिए संघर्ष कर रही हैं । महाविद्यालय की छात्र-छात्राएं अनुशासन के साथ सेना में भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकती हंै। महाविद्यालय की छात्राएं एनसीसी के बी व सी सर्टिफिकेट लेकर अपना करियर सेना में भी बना सकती हैं।
इन विषयों की होती है पढ़ाई
इंटर -साइंस व आर्ट्स
स्नातक - साइंस फैकल्टी में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी, जूलॉजी और आर्ट्स फैकल्टी में क्रमश: हिस्ट्री, साइकोलॉजी, होम साइंस, हिंदी, संस्कृत, अंगे्ररजी, फिलॉस्फी, पॉलिटिकल साइंस, इकोनॉमिक्स, म्यूजिक व मैथ।
पीजी के दो विषय- साइकोलॉजी व होम साइंस
कोट
कॉलेज में छात्राओं के लिए वाई-फाई कनेक्टिविटि व ई लाईब्रेरी की सुविधा है। छात्राओं को कम्प्यूटर शिक्षा भी दी जाती है। इसके साथ ही सांस्कृतिक व सामाजिक गतिविधि में भी भागीदारी रहती हैं।
डॉ. मधु प्रभा
प्राचार्य, जेपीएम

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