बुजुर्ग संभले, युवा अब भी बेपरवाह

ब्रह्मानंद सिंह, सुपौल: कोरोना ने विकराल रूप धारण कर रखा है। हर दिन काफी संख्या में लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं। इस बार यानी कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित होने वालों में युवाओं की संख्या सबसे अधिक है। सुपौल जिले में तकरीबन 50 फीसद संक्रमित 21 वर्ष से 40 वर्ष की उम्र के बीच के लोग हैं। वहीं संक्रमित होने वालों में दूसरे स्थान पर 41 वर्ष से 60 वर्ष के लोग हैं, जिसकी संख्या 22 फीसद है। तीसरे स्थान पर 20 वर्ष अथवा इससे कम उम्र के लोग हैं, जिसके संक्रमित होने की संख्या 14 फीसद है और सबसे कम संक्रमित 60 के उपर के लोग हैं। इनकी संख्या आठ से दस फीसद के करीब है।

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41 वर्ष से उपर की हुई अधिक मौत भले ही दूसरी लहर में सबसे अधिक कोरोना से संक्रमित होने वालों में 21 वर्ष से 40 वर्ष के बीच के लोग हों लेकिन इस वायरस से मरने वालों में सबसे अधिक संख्या 41 वर्ष एवं इससे अधिक उम्र वालों की है, जिसकी संख्या 36 है। मालूम हो कि 5 मई तक 39 लोगों की कोरोना से मौत हुई है, जिसमें 21 वर्ष से 40 वर्ष के बीच कोरोना से मरने वालों की संख्या तीन है। वहीं 20 वर्ष एवं इससे कम उम्र के एक भी लोगों की मौत इस जिले में कोरोना से नहीं हुई है। इस जिले में कोरोना से मरने वालों में सबसे कम उम्र के व्यक्ति 25 वर्ष के थे। वहीं इस वायरस से सबसे अधिक उम्र के मरने वाले व्यक्ति 93 वर्ष के थे।
------------------------------------------------------------ सुरक्षा को ले बेपरवाह हैं युवा
युवाओं का सबसे अधिक संक्रमित होने का मूल कारण अपनी सुरक्षा को ले परवाह नहीं करना माना जा रहा है। इस बात को इससे भी बल मिलता है कि बाजारों में बिना मास्क घूमने वालों में सबसे अधिक संख्या युवाओं की मिलती है। अधिकतर युवा एक तो मास्क नहीं लगाते और जो लगाते हैं वे अपने मास्क मुंह अथवा नाक के नीचे ही रखते हैं। इससे इतर युवा बिना कारण बाजार आते जाते रहते हैं। युवाओं द्वारा शारीरिक दूरी को लेकर भी लापरवाही बरती जाती है। युवाओं के अधिक संक्रमित होने का नतीजा है कि ग्रामीण क्षेत्र में भी अब अच्छी खासी संख्या में कोरोना मरीज मिलने लगे हैं।
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