मस्जिदों में नमाजियों ने अदा की अलविदा की नमाज

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उल्लास
इस्लाम में रमजानुल मुबारक का हर दिन बड़ी ही रहमतों व बरकतों का होता है
रमजान के आखिरी जुमे को घरों में पढ़ी गई जोहर की नमाज
खास क्योंकि जहन्नुम से निजात दिलाने वाले अशरे में पड़ता
02 वर्षों से अलविदा की नमाज लगातार घरों में पढ़ रहे हैं
फोटो संख्या - 1
कैप्शन - शुक्रवार को शहर के मखदुम सराय में घर की छत पर अलविदा की नमाज अदा करते रोजेदार।
सीवान। हिन्दुस्तान संवाददाता
मुकद्दस रमजान का आखिरी जुमा यानि कि अलविदा जुमा की नमाज शुक्रवार को घरों में अदा की गई। नमाजियों ने बताया कि अलविदा जुमा इसलिए खास होता है, कारण कि यह जहन्नुम से निजात दिलाने वाले अशरे में पड़ता है। वहीं उलेमाओं ने बताया कि मस्जिदों में बाजमात अलविदा की नमाज अदा की जाती है, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण घरों में नमाज पढ़ी गई है, जिसे अलविदा की जगह जोहर का नमाज कहा जाता है। मुकद्दस रमजान का आखिरी जुमा अलविदा जुमा रमजान का आखिरी जुमा होता है। इससे रोजेदारों को रमजान के जाने का एहसास होता है। बताया कि इस्लाम में रमजानुल मुबारक का हर दिन बड़ी ही रहमतों व बरकतों का होता है। इस पाक महीने में सवाब सत्तर गुना अधिक हो जाता है। इसके चलते अधिक से अधिक लोग इबादतों व भलाई के कामों में मशगूल हो जाते हैं। काजिए शहर मुफ्ती इरफान चिश्ती ने बताया कि कोरोना को देखते हुए सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुसार सभी मस्जिदों में चार से पांच रोजेदारों ने अलविदा की नमाज अदा की। घरों में लोग जोहर की नमाज अदा किए। इधर, अलविदा की नमाज को लेकर शहर के एमएम कॉलोनी, शेख मोहल्ला, पुरानी किला, नया किला, आशी नगर, नवलपुर, कागजी मोहल्ला, मखदुम सराय, चमड़ा मंडी व हाफिजी चौक समेत अन्य मुस्लिम बाहुल्य इलाके में सुबह से ही चहल-पहल बनी हुई थी।
कोरोना के कारण मस्जिदों में नहीं रही चहल-पहल
बड़हरिया। प्रखंड क्षेत्र में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ अलविदा की नमाज अदा की गई। चार की संख्या में रोजेदारों ने अपने घरों में अलविदा की नमाज अदा कर जोहर की नमाज अदा की। कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष अलविदा की नमाज में मस्जिदों में चहल-पहल नहीं रही। भोला भाई, अशरफ अली, हसमुल्लाह अली, सद्दाम अली, सरताज हुसैन, जकी तनवीर, नाहिद अली व अताउल हक ने बताया कि पूर्व में अलविदा की नमाज के लिए समय से पूर्व 11 बजे आकर मस्जिदों में जगह लेनी पड़ती थी, लेकिन दो वर्षों से लगातार अलविदा की नमाज के बदले घरों में जोहर की नमाज पढ़ना पड़ रहा है।
मुल्क के अमन व कोरोना से निजात की मांगी दुआ
हसनपुरा। प्रखंड क्षेत्र की सभी मस्जिदों में पिछले साल की तरह इस साल भी रमजान को ले सर्वदलीय मुस्लिम एक्शन कमेटी द्वारा व सरकार के कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए लोग घरों में रहकर खुदा की इबादत कर रहे हैं। अरंडा, हसनपुरा, शेखपुरा, उसरी, निजामपुर, खाजेपुर, सरैयां, सेमरी, मुस्लिम टोलापुर सहित क्षेत्र के अन्य इलाकों के रोजेदारों ने अपने अपने घरों में ही जुमे की नमाज अदा करके मुल्क में खुशहाली व कोरोना से निजात दिलाने की दुआ की।

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