एंबुलेंस विवाद: पप्पू यादव पर अमनौर में एफआईआर, लगा लॉकडाउन नियम के उल्लंघन का आरोप

सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी के संसदीय मद से खरीदे गई एंबुलेंस को छिपा कर रखने के मामले में मचे बवाल के बाद अमनौर थाने में पप्पू यादव व उनके गार्ड पर एफआईआर की गयी है। सारण प्रशासन ने उनके खिलाफ मारपीट करने और लॉकडाडन का उल्लंघन करने के मामले में दो एफआईआर दर्ज की है। 

अमनौर के जयप्रभा सामुदायिक केंद्र के केयर टेकर और गार्ड ने पप्पू यादव और उनके अंगरक्षक पर मारपीट कर कंधे पर लाठी से वार करने, तोड़फोड़ और हंगामा करने का आरोप लगाया है। केयर टेकर राजन का कहना है कि पप्पू यादव के कान में किसी ने कुछ कहा और उसके बाद वे गुस्से में आकर गालीगलौज करने लगे। 
सीएम के आदमी होने का हवाला देने लगे। इधर जिला प्रशासन के आदेश पर अमनौर प्रशासन के अधिकारी ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में भी थाने में एक एफआईआर की है। पंचायतों को देने के लिए स्थानीय सांसद की अनुशंसा पर जिला प्रशासन ने करीब दो करोड़ 80 लाख की लागत से एंबुलेंस की खरीद की थी। प्रत्येक एंबुलेंस पर करीब सात लाख खर्च किए गए थे। लगभग 40 एंबुलेंस की खरीदारी की गयी थी।
रूडी के सांसद कोटे से खरीदे गए एंबुलेंस पर विवाद पप्पू यादव ने शुक्रवार को सारण पहुंच कर अमनौर के जयप्रभा सामुदायिक केंद्र पर 30 से अधिक एंबुलेंस रखने का मामला उठाया था। इसके बाद इस मामले में तूल पकड़ लिया। ये एंबुलेंस राजीव प्रताप रूडी के सांसद मद से खरीदी गई थी। यादव ने बयान जारी कर कहा है कि अनधिकृत रूप से पप्पू यादव ने काफिले के साथ सामुदायिक केंद्र परिसर में प्रवेश किया। चौकीदार और अन्य कर्मियों से भी भिड़ गये। कोविड के कारण चालकों की कमी से पंचायतों द्वारा एंबुलेंस लौटाए जाने के बाद उसे रखा गया था जिसकी तस्वीरें खचवाने के लिए उन्होंने उसे तहस-नहस किया।

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