कलेक्ट्रेट कर्मी प्रकाश पांडे के निधन पर शोक सभा, अफसर से लेकर कर्मी तक मर्माहत

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में शोक सभा का आयोजन

अनुकंपा पर परिजन को जल्द मिलेगी नौकरी
छपरा। छपरा प्रतिनिधि
छपरा कलेक्ट्रेट के कर्मी प्रकाश पांडेय का असामयिक निधन होने पर सोमवार को कलेक्ट्रेट कैंपस में शोक सभा का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी डॉ निलेश रामचंद्र देवरे की अध्यक्षता में आयोजित शोक सभा में सभी ने दो मिनट का मौन होकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रकाश पांडेय के निधन से काफी मर्माहत हैं। उनके निधन से प्रशासनिक जगत को भी काफी क्षति पहुंची है। जिलाधिकारी ने उनके परिजन की अनुकंपा पर बहाली के लिए स्थापना शाखा को शीघ्र कागज तैयार करने का भी निर्देश दिया। शोक सभा में एडीएम डॉक्टर गगन, डीसीएलआर पुष्पेश कुमार, जिला भू अर्जन पदाधिकारी रजनीश कुमार, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी रजनीश राय, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ज्ञानेश्वर प्रकाश के अलावा गुरु प्रसाद सिन्हा, सुनील कुमार, अमित कुमार, रजनीश कुमार रवीश चंद्र गुप्ता ,जीतेन्द्र कुमार, निखिल कुमार, सोहन प्रसाद,रंजीत सिंह, मीतू कुमार व अन्य ने भी संवेदना जतायी है। तत्कालीन डीएम सुब्रत सेन ने भी प्रकाश पांडेय के निधन पर शोक जताया है। वहीं विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने भी प्रकाश पांडे के निधन को अपूरणीय क्षति कहा है। बीजेपी सदर मंडल के पूर्व अध्यक्ष धीरज कुमार सिंह, अभाविप नेता अंबुज कुमार के अलावा सामाजिक कार्यकर्ता राजीव तिवारी, शिक्षक नेता सुनील कुमार, पंकज कुमार व अन्य ने कहा कि प्रकाश पांडेय एक मिलनसार व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति थे। वे हमेशा लोगों को सहायता करते रहते थे।
कोविड का नहीं लिए थे टीका
प्रकाश पांडेय के निधन के बाद कलेक्ट्रेट में यह बात चर्चा में रही कि उन्होंने कोविड-19 का नहीं लिया था। जिलाधिकारी के स्पष्ट दिशा निर्देश के बाद भी उन्होंने टीका नहीं लिया। उनके कई सहयोगियों ने कहा कि यदि टीका लिए रहते तो प्रकाश पांडेय की जान नहीं जाती। मालूम हो कि जिलाधिकारी ने पूर्व में ही कई बार अफसरों से लेकर कर्मियों तक को कोविड-19 का अनिवार्य रूप से लेने के लिए गाइडलाइन भी जारी किया था। इसके बावजूद भी कई कर्मी अभी तक लापरवाही बरत रहे हैं।
इनसेट
टीका नहीं रहने वाले अफसर से कर्मी तक का वेतन होगा बंद
छपरा। नगर प्रतिनिधि
वैश्विक महामारी को भी के संक्रमण से बचने में कोविड-19 की भूमिका महत्वपूर्ण है। इसके बावजूद भी जिले के वरीय पदाधिकारी से लेकर कर्मी तक टिका लेने में आनाकानी कर रहे हैं। इसको लेकर जिला पदाधिकारी डॉ नीलेश रामचंद्र देवरे ने नया दिशा निर्देश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि अफसर से कर्मी तक जो कोविड का नहीं लिए हैं उनका अगले आदेश तक वेतन बंद रहेगा। उन्होंने इस कार्य में लापरवाही को अक्षम्य भी करार दिया है। इसके अलावा कोविड-19 वैक्सीनेशन से संबंधित विस्तृत जानकारी नियंत्रित पदाधिकारी अथवा निकासी व व्यय पदाधिकारी को भी अभिलंब देना सुनिश्चित करने को कहा है।डीएम ने इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का भी निर्देश दिया है।

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