अब खुद की Cryptocurrency बनाइए, वह भी अपने मोबाइल फोन से. खरीदने से ज्यादा बेचने से होगी कमाई

है न कमाल का आइडिया. अब तक लोग बिटकॉइन, इथीरियम और डोजकॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी (cryptocurrency) खरीदने और उससे मुनाफा कमाने के लिए भागमभाग कर रहे थे. अब मामला उलटा हो गया है. लेकिन इसके लिए आपको दिमाग लगाना होगा. दिमाग लगाएं तो खरीदने से ज्यादा खुद की क्रिप्टोकरंसी बनाकर बंपर कमाई कर सकते हैं. यह कमाई लाखों-करोड़ों में हो सकती है. निर्भर करता है कि आपने जो कॉइन माइन कर करके बनाई है उसे कितने खरीदार मिलते हैं. यह काम आसानी से स्मार्टफोन के जरिये हो सकता है.

मोबाइल पर बनने वाली इस क्रिप्टो को पाई क्रिप्टोकरंसी (Pi cryptocurrency) का नाम दिया गया है. हाल के दिनों में देखा गया कि जिन कंपनियों के पास शक्तिशाली प्रोसेसर है उन्होंने क्रिप्टो (cryptocurrency) की माइनिंग की और उस पर खूब कमाया. माइनिंग में बंपर संभावनाओं को देखते हुए पाई क्रिप्टोकरंसी ने मोबाइल फोन पर माइनिंग शुरू की है. इस नई विधि में लोगों की खूब दिलचस्पी देखी जा रही है. अब तक माइनिंग का अधिकार जल्दी किसी को नहीं मिलता है. कंपनियां या क्रिप्टो के डेवलपर्स खुद माइनिंग करते हैं और उसे बेचते हैं. पाई क्रिप्टो के साथ बात उलटी है.
क्या है खासियत
पाई क्रिप्टोकरंसी (Pi cryptocurrency) मोबाइल ऐप के जरिये काम करती है. इसे अमेरिका स्थित स्टैनफोर्ड के दो पीएचडी छात्रों ने बनाया है. मोबाइल ऐप पर माइनिंग के लिए इनविटेशन दी जाती है. जो लोग माइनिंग करते हैं, उन्हें कमाई होती है. जो यूजर पाई कॉइन की जितनी माइनिंग करेगा, वह नए-नए लोगों को उतना ही इनवाइट कर सकेगा. आज की तारीख में पाई क्रिप्टो के मोबाइल ऐप पर लगभग डेढ़ करोड़ लोग जुड़ गए हैं. बिटकॉइन और इथीरियम जैसे इसका नाम नहीं है, लेकिन माइनिंग के लिहाज से यह सबसे खास क्रिप्टो बनकर उभरी है.
बाकी से अलग है क्रिप्टोकरंसी
इस क्रिप्टो का नाम मैथ के कॉन्टेंट पाई या 3.14 के नाम पर दिया गया है. इस क्रिप्टोकरंसी (cryptocurrency in hindi) को पाई डे के दिन लांच किया गया. यह दिन 14 मार्च या 3/14 को मनाया जाता है. एस करंसी के साथ एक दिक्कत यह बताई जा रही है कि अन्य क्रिप्टोकरंसी की तरह इसके डेवलपर्स ने अब तक सोर्स कोड के बारे में कुछ नहीं बताया है. क्रिप्टो की दुनिया में ऐसा कहीं नहीं देखा जाता है. सोर्स कोड नहीं बताने की वजह से लोग इसमें निवेश करने से हिचक रहे हैं. सोर्स कोड के बारे में जानकारी नहीं होने के चलते एक्सपर्ट इस सिक्के की कीमत नहीं लगा पा रहे हैं. इस क्रिप्टो के डेवलपर्स बस इतना ही कहते हैं कि हम पर विश्वास करें और माइनिंग के काम में जुड़ जाएं.
माइनिंग करो और कमाओ
दूसरी दिक्कत ये है कि इस कॉइन को कॉइनबेस पर न खरीद सकते हैं और न ही बेच सकते हैं. क्रैकन जैसे एक्सचेंज पर भी इसकी खरीद-बिक्री नहीं हो रही है. इसीलिए पाई क्रिप्टो में कोई प्राइवेट की नहीं है. दूसरे शब्दों में कह सकते हैं कि कोई सिक्का किसने खरीदा और और उस पर किसका अधिकार है, इसके बारे में कुछ पता नहीं चलता. बस इसकी खासियत यही है कि इसे मोबाइल ऐप से माइन कर सकते हैं और उससे कमाई कर सकते हैं. इसके डेवलपर्स का कहना है कि अभी लोग इसकी माइनिंग करेंगे और बाद में उसे ब्लॉकचेन पर बेचा जाएगा. उससे जो कमाई होगी, उसे बांट दिया जाएगा.
सबमरीन केबल सिस्टम क्या होता है? रिलायंस जियो के फैसले से क्या होगा ग्राहकों को फायदा

अन्य समाचार