पुणे के इंजीनियरिंग छात्र ने बनाई 'कूल' PPE किट, कोरोना वॉरियर्स को मिलेगा फायदा

पुणे के एक इंजीनियरिंग कॉलेज स्टूडेंट ने निहाल सिंह आदर्श ने पीपीई डिवाइस तैयार किया गया है. यह डिवाइस PPE किट पहनने वाले शख्स को ठंडक पहुंचाती रहेगी. निहाल ने मई 2020 में इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया था. उन्होंने बताया कि इसे बड़ी आसानी से पीपीई किट में फिट किया जा सकता है. इस डिवाइस की कीमत लगभग साढ़े 4 हजार रुपये है.

पुणे में रहने वाले इंजीनियरिंग कॉलेज के स्टूडेंट निहाल सिंह आदर्श ने ऐसी डिवाइस तैयार की है जो PPE किट पहनने वाले शख्स को ठंडक पहुंचाती रहेगी. इस डिवाइस को बनाने के लिए मई 2020 में मुंबई के केजे सोमैया इंजिनीरिंग कॉलेज ने एक प्रोजेक्ट शुरू किया था. इस डिवाइस को बनाने में उनके टीचर्स ने उनकी मदद की.
निहाल ने जानकारी देते हुए बताया, "मैं कुछ नया करने की कोशिश कर रहा था. मैंने देखा कि कोविड मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर्स को पीपीई किट में बहुत परेशानी होती है. ऐसे में मैंने इस डिवाइस को विकसित करने के बारे में सोचा." उन्होंने आगे कहा, "मेरे आइडिया को कॉलेज ने सेलेक्ट किया और परमिशन दी की मैं पुणे से मुंबई कॉलेज में लॉकडाउन के दौरान इस प्रोजक्ट पर काम कर सकूं."
Maharashtra | Nihaal Singh Adarsh, an engineering student from Pune, has developed 'Cov-Tech', a compact ventilation system for PPE kits "It is hot & humid within PPE suit, this system creates a steady airflow. Takes surrounding air, filters & pushes it inside," he said (24.05) pic.twitter.com/ARveNj59Jv
साढ़े 4 हजार रुपये है इस डिवाइस की कीमत
निहाल ने बताया कि कैसे पीपीई किट एक बार के इस्तेमाल के बाद फेक दिया जाता है जबकि इस डिवाइस का इस्तेमाल जितनी बार पीपीई किट बदला जाएगा उतनी बार किया जा सकता है. इस डिवाइस की कीमत लगभग साढ़े 4 हजार रुपये है और इसे बड़ी आसानी से पीपीई किट में फिट किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि यह डिवाइस केवल 100 सेकंड के अंदर उपयोगकर्ता को ताजी हवा प्रदान करता है. कूलिंग पीपीई किट तैयार करने के बारे में निहाल ने कहा कि उन्होंने इसे केवल अपनी मां डॉ पूनम कौर आदर्श को राहत देने के लिए बनाया था, जो पेशे से एक डॉक्टर हैं और आदर्श क्लिनिक, पुणे में कोविड -19 मरीजों का इलाज कर रही हैं. यह क्लिनिक वह खुद चलाती हैं.
देश भर के मज़दूरों की जानकारी जुटाने पर SC ने केंद्र से मांगा जवाब, कहा- मदद असली ज़रूरतमंद तक पहुंचाना ज़रूरी
क्या कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों में ज्यादा फैलेगा संक्रमण? जानें क्या कहना है AIIMS के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया का

अन्य समाचार