WhatsApp ने ग्रुप सेटिंग में नहीं किया कोई 'सीक्रेट अपडेट'

सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा जिसमें WhatsApp ग्रुप के लिए प्राइवेसी सेटिंग में ''नए सीक्रेट अपडेट'' से जुड़ा दावा किया जा रहा है. वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि WhatsApp की ग्रुप सेटिंग में बदलाव करके 'सभी' (everyone) को ऐड करने की सेटिंग जोड़ दी गई है. जिसका मतलब ये है कि जो लोग आपको नहीं जानते वो भी बिना आपकी जानकारी के आपको किसी ग्रुप में जोड़ सकते हैं.

हालांकि, ये मैसेज भ्रामक है. दावे में जिस सेटिंग के बारे में बात की जा रही है उसे WhatsApp ने 2019 में ही पेश कर दिया था, जबकि वायरल मैसज में ये कहा जा रहा है कि ये सेटिंग अभी पेश की गई है. ये सेटिंग तभी से डिफॉल्ट सेटिंग के तौर पर इस्तेमाल हो रही है. इसके अलावा, ये दावा कि बिना किसी की जानकारी के उसे किसी ग्रुप में जोड़ा जा सकता है, गलत है. क्योंकि जितनी बार किसी को किसी ग्रुप में जोड़ा जाता है WhatsApp उतनी बार उसे नोटिफिकेशन भेजता है.
दावा
इस मैसेज की शुरुआत लिखा है, ''WhatsApp सेटिंग कल रात बिना किसी चेतावनी के अपडेट हो गई हैं.''
मैसेज में लिखा गया है कि नए अपडेट की वजह से यूजर्स की जानकारी धोखाधड़ी करने वालों और लोन देने का काम करने वालों के बीच आपकी जानकारी पहुंच जाएगी.
मैसेज में लिखा है कि ''इस (अपडेट) का मतलब है कि आपका ग्रुप और वो दूसरे ग्रुप जिनका आप हिस्सा हैं, अब सबके लिए खुले हुए हैं. इसलिए, कृपया अपनी सेटिंग में बदलाव कर लें. यहां पर बताया गया है कि कैसे अपनी सेटिंग में बदलाव करना है. WhatsApp की सेटिंग बिना किसी चेतावनी कल रात अपडेट कर दी गई हैं. इसकी ग्रुप सेटिंग में ''everyone'' सेटिंग पहले से ही लागू है. इसलिए, जिन लोगों को आप नहीं जानते हैं, वे आपको बिना जाने किसी ग्रुप में जोड़ सकते हैं. जिनमें स्कैमर, लोन देने वाले लोग आदि शामिल हो सकते हैं."
पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें
इस दावे को फेसबुक और ट्विटर दोनों जगह काफी शेयर किया जा रहा है. इनके आर्काइव यहां, यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
ये मैसेज WhtsApp में भी फॉरवर्ड किया जा रहा है.
PM मोदी के रोने की तुलना मगरमच्छ से करने वाला NYT का आर्टिकल फेक
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने WhatsApp की वेबसाइट पर भी जाकर देखा, ताकि ये पता लगा सकें कि क्या WhatsApp ने ग्रुप प्राइवेसी सेटिंग में कोई बदलाव किया है. लेकिन हमें मई 2021 में किए गए किसी अपडेट से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली.
इस ब्लॉग में लिखा है कि लोग ग्रुप्स का इस्तेमाल जरूरी बातचीत करने के लिए करने लगे हैं. इसलिए अब उन्हें लगता है कि उनके पास ज्यादा कंट्रोल होना चाहिए. इसलिए, हम एक नई गोपनीयता सेटिंग और इनवाइट सिस्टम लॉन्च कर रहे हैं, जिससे आप ये तय कर पाएंगे कि कौन आपको किसी ग्रुप में जोड़ सकता है और कौन नहीं. इसके बाद इस ब्लॉग में भी वायरल मैसेज की तरह ही अपडेट के बारे जानकारी दी गई है.
UP, MP और बिहार के 42% लोगों ने कहा नहीं लगवाएंगे वैक्सीन- सर्वे
हमने एंड्रॉयड और आईओएस डिवाइसों पर WhatsApp के लेटेस्ट वर्जन में ग्रुप सेटिंग चेक करके भी देखी, लेकिन हमें सेटिंग्स में कोई भी ऐसा बदलाव नहीं दिखा जो एकतरफा हो यानी WhatsApp की ओर से कर दिया गया हो.
कंधे पर शव ले जाते पुलिसकर्मी की पुरानी फोटो गलत दावे से वायरल
इसके अलावा, ये दावा कि किसी की जानकारी के बिना उसे किसी ग्रुप में जोड़ा जा सकता है, ये भी सच नहीं है. क्योंकि किसी भी ग्रुप में जोड़े जाने पर यूजर को सूचना भेजी जाती है.
इसलिए, ये दावा भ्रामक है कि WhatsApp ग्रुप के लिए गोपनीयता सेटिंग में गुप्त रूप से बदलाव किया जा रहा है. ये 2019 से ही डिफॉल्ट सेटिंग है.
जो यूजर अपनी गोपनीयता बनाकर रखना चाहते हैं और अन्य किसी की ओर से किसी ग्रुप में शामिल नहीं होना चाहते हैं, वे अपने ऐप में प्राइवेसी सेटिंग में बदलाव कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें को 'everyone' को बदलकर 'my contact' या 'my contacts except' करना होगा.
कोरोना वैक्सीन लगवा चुके लोग 2 साल में मर जाएंगे? झूठा है दावा

अन्य समाचार