चीन से लेकर नार्थ कोरिया तक, इन देशों में चाहकर भी नहीं चला सकते WhatsApp

भारत में नए आईटी नियमों को लेकर इंस्टेंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप (WhatsApp) और सरकार आमने-सामने हैं। नए नियमों के मुताबिक, जरूरत पड़ने पर व्हाट्सएप को किसी मैसेज के first originator (जिसने सबसे पहले लिखा हो) की जानकारी देनी होगी। WhatsApp का कहना है कि ऐसा करना एंड टू एंड एन्क्रिप्शन फीचर के साथ खिलवाड़ होगा। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या भारत में व्हाट्सएप को बैन कर दिया जाएगा? हमारे देश में ऐसा होगा या नहीं, यह तो भविष्य में देखा जाएगा, हालांकि दुनिया में कई देश ऐसे हैं जहां WhatsApp को बैन किया हुआ है। यहां हम ऐसे ही देशों के बारे में बता रहे हैं जहां आप चाहकर भी Whatsapp नहीं चला सकते।

चीन: 2017 में व्हाट्सएप को चीन में सरकार ने बैन कर दिया था और यह प्रतिबंधित अभी तक जारी है। दरअसल चीनी सरकार सोशल मीडिया कॉन्टेंट को कंट्रोल करती है, जो व्हाट्सएप के मजबूत एन्क्रिप्शन कोड की वजह से संभव नहीं हो रहा था। ऐसी भी माना जाता है कि व्हाट्सएप को चीन में इसलिए बैन किया गया ताकि चीन अपने घरेलू ऐप WeChat को बढ़ावा दे सके।
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उत्तरी कोरिया: चीन की तरह ही किम जोंग उन ने नॉर्थ कोरिया में व्हाट्सएप को मजबूत एन्क्रिप्शन पॉलिसी के कारण बैन किया था। रिपोर्ट की मानें तो इसे साल 2018 में बैन किया गया था। वैसे भी उत्तर कोरियाई लोगों के लिए इंटरनेट तक उपलब्ध नहीं है। सिर्फ विदेशी नागरिक और कुछ विशेष लोग ही वायरलेस इंटरनेट कनेक्शन का इस्तेमाल करके इंटरनेट एक्सेस कर पाते हैं।
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संयुक्त अरब अमीरात: संयुक्त अरब अमीरात के लोगों को व्हाट्सएप या फेसटाइम पर वीडियो कॉलिंग करने की अनुमति नहीं है। हालांकि इस बैन का व्हॉट्सएप की एन्क्रिप्शन पॉलिसी से कोई लेना-देना नहीं है। सरकार ने ऐसा यूएई की लोकल टेलीकम्यूनिकेशन सर्विस को बढ़ावा देने और देश का राजस्व बढ़ाने के लिए किया था।
सीरिया: सीरिया में भी व्हाट्सएप की एन्क्रिप्शन पॉलिसी के चलते ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया था। सीरिया की सरकार का मानना ​​था कि दुश्मन व्हाट्सएप की एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन नीति का उपयोग करके उनके खिलाफ साजिश रच सकता है।
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