जिला में कोरोना से अनाथ हुए 13 बच्चों की सूची का हो रहा सत्यापन

मुंगेर । कोरोना महामारी के दौरान कई बच्चों के सर से माता-पिता का साया उठ गया। ऐसे बच्चों की शिक्षा से लेकर उनके खाने-पीने और रहने की व्यवस्था करने के लिए सरकार आगे आई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐसे बच्चे जिनके माता पिता दोनों की मृत्यु कोरोना संक्रमण से हो गई, उन्हें बाल सहायता योजना के तहत 18 वर्ष की उम्र तक प्रत्येक माह 15 सौ रुपये दिए जाने की घोषणा की है। वहीं, जिन अनाथ बच्चे बच्चियों के अभिभावक नहीं हैं, वैसे बच्चों की देखभाल बालगृह में की जाएगी। अनाथ बच्चियों का नामांकन कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में प्राथमिकता के आधार पर कराया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के आकड़ें के अनुसार कोरोना संक्रमण से जिला में मरने वालों की संख्या 107 है। वहीं, जिला से बाहर मुंगेर के 15 लोगों की मौत हुई है।


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कहते हैं अधिकारी
जिला में आपदा से सूची मांगी गई थी। 13 बच्चों की सूची उपलब्ध कराई गई। जिसके माता पिता में से किन्हीं एक की मृत्यु कोरोना संक्रमण से हो चुकी है। वैसे बच्चों को 18 वर्ष तक प्रतिमाह 1500 रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 13 बच्चों का सत्यापन कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक बच्चे जो वार्ड संख्या 35 से आया था। जिसमें बच्चे ने कहा कि हमारे पिता की मौत कोरोना से नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिला में इस योजना का लाभ मात्र 41 बच्चों को ही मिलेगा।
राजन कुमार, सहायक निर्देशक बाल संरक्षण इकाई पर्यवेक्षण पदाधिकारी
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फिर मिले कोरोना के 35 नए मरीज
संवाद सूत्र, मुंगेर : कोरोना के खिलाफ जंग में शह मात का खेल जारी है। सोमवार को एक बार फिर जिला में कोरोना के 35 नए मरीज मिले। इसके साथ ही जिला में कोरोना पॉजिटिव की कुल संख्या 13 हजार 842 पहुंच गई। वहीं, स्वास्थ्य होने वालों की संख्या 13 हजार 321 है। जिला में कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या 414 तक पहुंच गई। कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 106 से 107 हो गया है। सिविल सर्जन डॉ. हरेन्द्र कुमार आलोक ने कहा कि जिला में सोमवार को कोरोना पॉजिटिव के 35 नए मरीज मिले। जिसमें 26 पुरुष और 09 महिलाएं शामिल हैं।
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