मनरेगा से 11.98 लाख दिवस सृजित कर पूर्णिया पहुंचा 17 वें स्थान पर

पूर्णिया [मनोज कुमार]। कोरोना महामारी जैसी विषम परिस्थिति में मनरेगा मजदूरों के लिए तारणहार बन रहा है। खासकर दूसरे प्रदेशों से आए अकुशल मजदूरों को मनरेगा से जोड़कर उन्हें रोजगार दिया जा रहा है। जिले में अप्रेल-मई माह में 11.98 लाख मानव दिवस सृजित कर पूर्णिया सूबे में 17 वें स्थान पर रहा है। पूरे जिले में 31 मई तक 7,58,932 मजदूरों को मनरेगा से जोड़ा गया है। साथ ही उन्हें करीब 23 करोड़ 97 लाख का भुगतान भी किया गया है।

35 हजार मानव दिवस हर दिन हो रहा सृजित
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गत साल भी बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर लौटे थे जिन्हें रोजगार उपलब्ध कराया गया। वहीं कोरोना की दूसरी लहर में भी लौटे करीब ढाई सौ लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। डीडीसी ने बताया कि मनरेगा के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), जल जीवन हरियाली, आंगनबाड़ी, पौधारोपन आदि योजनाओं में प्रतिदिन 35 हजार के आसपास मानव दिवस सृजित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2015-16 से अब तक 62.77 लाख लक्ष्य के विरूद्ध 57.88 मानव दिवस सृजित किया गया है जो 92.22 फीसद उपलब्धि है। आवास सॉफ्ट पर 62740 आवास लक्ष्य के विरूद्ध 54077 एमआइएस पर पूर्ण किया गया तथा इतने ही मजदूरों को रोजगार दिया गया। वर्तमान में 30083 आवास योजना चालू है जिसमें मजदूरों को लाभान्वित किया जा रहा है। वहीं आंगनबाड़ी में 77 के विरूद्ध 34 पर काम चल रहा है जिसमें 18 पूर्ण हो चुका है। जबकि पौधारोपन के तहत पांच करोड़ लक्ष्य के विरूद्ध 5.90 करोड़ पौधे लगाने की तैयारी चल रही है। उसमें भी काफी संख्या में मजदूरों को रोजगार दिया जा रहा है। जबकि जल जीवन हरियाली 4658 सोख्ता का निर्माण किया जा रहा है जबकि 3119 सोख्ता पूर्ण कर लिया गया है। 172 सार्वजनिक पोखर निर्माण का कार्य चल रहा है जबकि 142 पूर्ण कर लिया गया है। वहीे 469 खेत पोखर का भी काम चल रहा है।
सूबे में जिले को मिला है 55.06 स्कोर
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मनरेगा की रैंकिग के लिए निर्धारित मानदंडों में हर खंड में जिले का प्रतिशत 50 से उपर है। मानवदिवस सृजन में लक्ष्य के विरूद्ध इसका 82.99 है। वहीं ई-मास्टर रोल निर्माण में 55.92 प्रतिशत है। चालू वित्तीय वर्ष में 58,436 काम के विरूद्ध 8681 कार्य पूर्ण किया गया है। वहीं मजदूरों को समय पर भुगतान के मामले में भी जिले का रिकार्ड अच्छा है। काम के बाद मजदूरों के सभी कागजात आदि कंपलीट करने में जिले का प्रतिशत 99.66 है। सूबे से जारी स्कोर में जिले को 55.06 अंक दिया गया है जिसके आधार पर जिले को 17 वां स्थान मिला है। हालांकि रैंकिग में प्रमंडल के अन्य जिले पूर्णिया से आगे है लेकिन जिले का कार्य संतोषजनक पाया गया है।
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कोट के लिए-
प्रवासी मजदूरों सहित अन्य जरूरतमंदों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। प्रतिदिन 35 हजार मानव दिवस सृजित किया जा रहा है। अप्रेल-मई माह में 11.98 लाख मानव दिवस सृजित किया गया है जो लक्ष्य का 82.99 फीसद है। प्रधानमंत्री आवास योजना में 92.22 फीसद लक्ष्य हासिल किया गया है। आने वाले माह में और अधिक रोजगार सृजन का लक्ष्य रखा गया है।
मनोज कुमार, उप विकास आयुक्त, पूर्णिया
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