महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच के बाद दिया गया परामर्श

शिवहर। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत पिपराही पीएचसी में विशेष कैंप का आयोजन कर गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व सेहत की जांच की गई। प्रत्येक माह की नौ तारीख को लगने वाले इस विशेष कैंप के दौरान दर्जनों महिलाओं की सेहत की जांच की गई। चिकित्सक द्वारा गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच के अलावा उच्च जोखिम गर्भधारण महिलाओं की पहचान कर उचित परामर्श दिया गया। गर्भवती महिलाओं को फल व पौष्टिक आहार के सेवन के बारे में भी जानकारी दी गई। पीएचसी प्रभारी डॉ. रमाशंकर साह ने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व जांच की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ उन्हें बेहतर परामर्श देना है। गर्भावस्था के दौरान चार प्रसव पूर्व जांच प्रसव के दौरान होने वाली जटिलताओं में कमी लाता है। सम्पूर्ण प्रसव पूर्व जांच के अभाव में उच्च जोखिम गर्भधारण की पहचान नहीं हो पाती। इससे प्रसव के दौरान जटिलता की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने बताया इस अभियान की सहायता से प्रसव के पहले ही संभावित जटिलता का पता चल जाता है। जिससे प्रसव के दौरान होने वाली जटिलता में काफी कमी भी आती है। वहीं डॉ. इमरान मेहंदी ने कहा कि अत्यधिक रक्तस्त्राव से महिला की जान जाने की संभावना सबसे अधिक होती है। प्रसव पूर्व जांच में यदि खून की कमी होती है तब ऐसी महिलाओं को आयरन की गोली के साथ पोषक पदार्थों के सेवन के विषय में सलाह भी दी जाती है। गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अत्यधिक या कम वजन एवं अत्यधिक खून की कमी प्रसव संबंधित जटिलता को बढ़ा सकता है। इस दिशा में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान प्रभावी रूप से सुदूर गांवों में रहने वाली महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है एवं इससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में भी अंकुश लगाने में सफलता मिल रही है। मौके पर स्वास्थ्य प्रबंधक ठाकुर विवेक सिंह, डॉ. मालविका सर्राफ, डॉ. नजीबुल हक़, जीएनएम नाला तिर्की, रूबी कुमारी, पुष्पलता कुमारी, कुंती कुमारी व राजा कुमार आदि उपस्थित थे।


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