तीन दिन पहले बम ब्लास्ट में घायल हुआ था अफरोज

तीन दिन पहले बम ब्लास्ट में घायल हुआ था अफरोज

अररिया। बुधेश्वरी रामपुर बम ब्लास्ट मामले की चहुंओर निदा जरुर हो रही है। लेकिन हैरत की बात ये है कि इस मामले को लेकर प्रत्यक्ष रूप से कोई कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है। क्या अफरोज के खौफ से तो चुप नही हैं लोग? या फिर पर्दे के आड़ में कहीं बम बनाने व सप्लाई का धंधा तो नहीं फल फूल रहा था। तमाम बातें अभी ओझल है। आखिर बम कहां से आया, बम बनाने व सप्लाई का मास्टर माइंड कौन है। इतनी बड़ा मामला को पुलिस महज प्रेम प्रसंग से जोड़कर लीपापोती करने में लगी है। लेकिन लोगों के जेहन से बांका बम ब्लास्ट कांड भी नहीं उतर रहा है। कुछ लोग? इस घटना का तार बांका बमकांड से भी जोड़कर देखते हैं। मामला संदिग्ध जरूर है। इतने बड़े मामले को दबाना समाज के लिए घातक हो सकता है। डीएसपी पुष्कर कुमार के मुताबिक अफरोज के दूसरी पत्नी से गांव के युवक राजा से अवैध संबंध चल रहा था। जिस कारण अफरोज व राजा के बीच दुश्मनी चल रही है। पुलिस के मुताबिक अफरोज राजा को मारने के लिए एक बम लेकर जा रहा था और पैर फिसलने से अफरोज के हाथ में बम ब्लास्ट हो गया जिससे वे जख्मी हो गया जबकि अफरोज ने बताया कि राजा ने हीं उन्हें बम मारा है। अबतक घटना के तीन दिन बाद अफरोज के दुश्मन राजा व उनकी दूसरी पत्नी तरन्नुम तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है। जबकि अफरोज का इलाज कटिहार मेडिकल कालेज में जारी है। अगर राजा ने अफरोज को बम मारा है तो अब तक राजा आदि के विरुद्ध क्यों नहीं पुलिस मामला दर्ज की है। मामला उलझा है। सबों की निगाहें पुलिस के कार्यशैली पर टिकी है। बम कहां से आया यह सवाल अब भी चौक चौराहे व गली मुहल्लों में चर्चा का विषय बना है। इधर ओपीध्यक्ष हरेंद्र कुमार ने बताया कि मामले को लेकर गहन छानबीन चल रही है। पूर्व में भी अफरोज का आपराधिक गति विधि में संलिप्ता रहा है तथा एक मामले में यह तिहाड़ जेल भी भुगत चुका हैं। इस मामले के तह तक जाने के लिए ग्रामीणों का सहयोग जरूरी है। जांचोपरांत दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की बात कही।
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