जिस हॉलीवुड स्टार से मिलने के सुरैया सपने देखा करतीं, वो आधीरात मिलने घर पहुंच गया; फिर...

आज ही के दिन 15 जून 1929 को तत्कालीन गुलाम भारत के अविभाजित पंजाब में जन्मी सुरैया ने अपना अभिनय करियर एक चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में शुरू किया। हालांकि बाद में सुरैया की पहचान एक प्लेबैक सिंगर के रूप में बनीं। उन्होंने अनमोल घड़ी, दर्द और ताजमहल जैसी फिल्मों से अपनी गायन प्रतिभा की छाप छोड़ दी। सुरैया के फिल्म में होने भर से उसकी सफलता की गारंटी मान ली जाती थी। यही कारण था कि वह अपने समय की हाइएस्ट पेड स्टार थीं। और उनके चाहने वालों की फेहरिस्त काफी लंबी थी। लेकिन सुरैया हॉलीवुड स्टार ग्रैगरी पेक की दीवानी थीं।

एक बार ग्रैगरी पेक जब मुंबई आए तो पता चला कि सुरैया उनकी बहुत बड़ी फैन है। सुरैया से मिलने आधीरात उनके घर पहुंच गए। इस वाकये का जिक्र सुरैया ने एक इंटरव्यू में किया था। सुरैया ने कहा था, उनको ग्रैगरी ने एक खत लिखा कि हिंदुस्तान कभी आना हुआ तो आपसे जरूर मुलाकात करूंगा। लेकिन मैं तो यही समझी थी कि वो क्या आएंगे और क्या मुलाकात करेंगे।
बकौल सुरैया करीब 2 साल बाद एक फिल्म कर थकी हुई आई और सो गई। करीब रात 12 बजे उनकी मां जगाने लगी और बोलीं कि तुमसे ग्रैगरी पेक तुमसे मिलने आए हैं। सुरैया ने पहले इसे ख्वाब समझा लेकिन जब नींद टूटी तो ग्रैगरी पेक उनके सामने खड़े थे। फिर तो सुरैया को अपने पसंदीदा एक्टर को देख खुशी का ठीकाना नहीं रहा।
सुरैया देव आनंद को भी तुलना ग्रैगरी पेक से किया करतीं। कहती तुम्हारी शक्ल ग्रैगरी पेक से मिलती है। इसपर देव आनंद कहते उससे मेरी तुलना मत किया करो। सुरैया ने पूछा क्यों, तब देव आनंद ने जवाब दिया कि मेरी शक्ल उससे कहीं अच्छी है। सुरैया ने तब देव साहब से कहा कि तुम्हारी इसी कॉन्फिडेंस की मैं कायल हूं।

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