तीन वर्षों से एक ही स्थान पर जमे पंचायत सेवकों का लाटरी से तबादला

जमुई। तीन वर्ष या उससे अधिक समय से एक ही स्थान पर जमे पंचायत सेवकों का तबादला कर दिया गया है। जिला पदाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने लेनदेन के आरोपों से परे रहने के लिहाज से तबादला में पदस्थापन स्थल के लिए लाटरी का माध्यम अपनाया, जो चर्चा का विषय बना है। स्थानांतरित पंचायत सचिवों को 10 जुलाई तक नए पदस्थापन कार्यालय में योगदान के लिए विरमित कर देने की हिदायत संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारियों को दी गई है। साथ ही यह निर्देशित किया गया है कि अगर किसी पंचायत सचिव को किसी योजना में अभिकर्ता नियुक्त किया गया हो तो आदेश निर्गत होने की तिथि के तीन दिनों के अंदर संबंधित योजना की अद्यतन मापी करा कर अग्रिम का समायोजन कर लिया जाए। जिला पदाधिकारी ने तबादला आदेश में ही 15 जुलाई तक स्थानांतरित पंचायत सेवकों के योगदान के पश्चात पंचायत का आवंटन सुनिश्चित कर दिए जाने का डेडलाइन जारी कर दिया है। आदेश का कठोरता पूर्वक अनुपालन कराना सुनिश्चित करते हुए सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को 16 जुलाई तक अनुपालन प्रतिवेदन भी उपलब्ध करा देने का टास्क दिया गया है।

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35 पंचायत सचिवों के जिम्मे 153 पंचायत
एक-एक पंचायत सचिवों के हिस्से चार से पांच पंचायत का कार्यभार रखना जिला प्रशासन की लाचारी है। यहां कुल 153 पंचायत के विरुद्ध फिलहाल मात्र 35 पंचायत सेवक ही कार्यरत है। नवीनतम काम के बोझ तले दबे रहना पंचायत सेवकों की नियति बन गई है यह स्थिति पिछले कई वर्षों से बनी है। इसमें कई अगले छह महीने के भीतर सेवानिवृत्ति के कगार पर हैं।
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