बंगाल चुनावी हिंसा को लेकर शुभेंदु अधिकारी ने दिखाए कड़े तेवर, कहा- जब तक इसका अंत नहीं होता हमारी लड़ाई जारी रहेगी

कोलकाता. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में हुई हिंसा को लेकर भाजपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को ममता बनर्जी की सरकार के खिलाफ सख्त तेवर दिखाए और इसे एक गंभीर मुद्दा बताया. इसके साथ ही पश्चिम बंगाल में चल रही हिंसा का राज्यपाल के अभिभाषण में जिक्र नहीं होने पर भी भाजपा नेता ने निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आज से शुरू हुए विधानसभा सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण में पश्चिम बंगाल में चल रही हिंसा के बारे में उल्लेख नहीं था इसलिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने विधानसभा में प्रदर्शन किया.

उन्होंने कहा, 'बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा काफी बर्बर है. भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की गई, 300 से अधिक महिलाओं के साथ छेड़खानी हुई, कुछ के साथ बलात्कार किए गए; इतना सब कुछ होने के बाद भी राज्यपाल के अभिभाषण में बंगाल में चल रही हिंसा का उल्लेख नहीं था.' शुभेंदु ने कहा कि बंगाल चुनावी हिंसा एक बड़ा मुद्दा और हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक कि इसका अंत नहीं होता.
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बता दें कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को नव गठित राज्य विधानसभा में शुक्रवार को विपक्षी भाजपा सदस्यों के हंगामे के कारण अपने अभिभाषण को संक्षिप्त करना पड़ गया. भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने राज्य में विधानसभा चुनाव बाद हुई हिंसा को लेकर सदन में हंगामा किया.
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धनखड़ नव गठित विधानसभा में अपना प्रथम अभिभाषण देने के लिए दोपहर में पहुंचे, लेकिन वह केवल तीन-चार मिनट ही बोल सकें क्योंकि प्रदर्शन करने के लिए पोस्टर और चुनाव बाद हुई हिंसा के कथित पीड़ितों की तस्वीरें लिए भाजपा सदस्य विधानसभा अध्यक्ष के आसन के करीब पहुंच गए.
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विधानसभा सूत्रों के मुताबिक राज्यपाल ने अपना अभिभाषण पूरी तरह से नहीं पढ़ पाने के बाद उसे सदन में मेज पर रख दिया और वहां से निकल गए. राज्यपाल के सदन से बाहर निकलने के दौरान उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी थी.
बाद में, संवाददाताओं से बात करते हुए विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि भाजपा विधायक प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हो गये थे क्योंकि विधायकों के बीच वितरित की गई अभिभाषण की प्रति में चुनाव बाद हुई हिंसा का कोई जिक्र नहीं था.
(इनपुट भाषा से भी)

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