उत्तराखंड सियासी संकटः जानें तीरथ सिंह रावत को क्यों देना पड़ा इस्तीफा? आज कैसी रहेगी सियासी हलचल

देहरादून. संविधान के मुताबिक तय समय सीमा में विधायक न चुना जाना उत्तराखंड के निवर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) पर भारी पड़ा. उन्हें इस संवैधानिक संकट के कारण बीच में ही इस्तीफा देना पड़ा, जिससे राज्य की सियासत एक बार फिर गरमा गई है. 111 दिन के भीतर राज्य में तीसरे मुख्यमंत्री (Chief Minister) को लेकर बीजेपी आलाकमान माथापच्ची कर रहा है. इसी माथापच्ची के बीच शनिवार का दिन उत्तराखंड की सियासत के लिहाज से बेहद गर्म रहने वाला है. बीजेपी (BJP)के सभी विधायक और सांसद इस सियासी उठा-पटक के बीच देहरादून पहुंच रहे हैं. हालांकि, हलचल न सिर्फ बीजेपी में है बल्कि विपक्षी कांग्रेस भी इस पर नजरें गड़ाए बैठी है. .बीजेपी शनिवार को अपना नया मुख्यमंत्री चेहरा चुनेगी. जिसके लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक बनकर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को देहरादून भेजा गया है. तोमर शनिवार सुबह 9 बजे जॉली ग्रांट एयरपोर्ट में उतरेंगे. और इसके बाद देहरादून में शुरु होगा उनकी बैठकों का दौर. तोमर विधायक दल की बैठक से पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे.कांग्रेस करेगी प्रेस कांफ्रेंस बीजेपी एक तरफ अपना नए मुख्यमंत्री का चेहरा चुनने के लिए माथापच्ची कर रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस भी शनिवार सुबह 9 बजे दिल्ली के पार्टी हेडक्वार्टर में प्रेस कांफ्रेंस करने जा रही है. माना जा रहा है कि इस प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस बीजेपी पर निशाना साधेगी. इस प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत, रणदीप सुरजेवाला, प्रीतम सिंह और करन माहरा शामिल होंगे.तीन बजे होगी बीजेपी की बैठक शनिवार दोपहर तीन बजे देहरादून में बीजेपी की सबसे महत्वपूर्ण बैठक होगी. इसी दौरान बीजेपी विधायक अपना नया नेता चुनेंगे. इस बैठक में पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर, पार्टी प्रभारी दुष्यंत गौतम समेत उत्तराखंड बीजेपी के सभी सांसद शामिल हो सकते हैं.

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