बड़ा खुलासा: बॉलीवुड में 'वसूली गैंग', नेगेटिव पब्लिसिटी न करने के मांगते हैं फिरौती

बॉलीवुड के अंदरखाने में क्या हो रहा है ?, ये हर कोई जानना चाहता है। टीवी चैनल्स और सोशल मीडिया पर बॉलीवुड से जुड़ी खबरों का अंबार लगा होता है, लेकिन क्या आपको पता है कि इन खबरों को दिखाने और छिपाने को लेकर एक बड़ा काला कारोबार चल रहा है। बॉलीवुड में वसूली गैंग सक्रिय तौर पर काम करते है और नेगेटिवि पब्लिसिटी न करने के लिए फिरौती मांगते है। इस वसूली गैंग में केआरके यानी कमाल आर खान का नाम सामने आ रहा है। खुद को नंबर वन क्रिकिट बताने वाले केआरके वसूली गैंग चला रहे है।

केआरके पर आरोप लगा है कि वो किसी की नेगेटिव पब्लिसिटी न करने के लिए 25 लाख रुपए लेते है। इसको लेकर एक वायरल ऑडियो वायरल हो रहा है। इस ऑडियो के आधार पर ये दावा किया जा रहा है। इस ऑडियो में केआरके किसी फिल्म निर्माता से बात कर रहे है। इस ऑडियो को रोहित चौधरी नाम के फिल्म प्रॉड्यूसर ने जारी किया और कहा कि वो लोगों को केआरके का असली चेहरा दिखाना चाहते है। उन्होंने कमाल राशिद खान को एक बहुत बड़ा ब्लैकमेलर बताते हुए कहा कि वो इंडस्ट्री के लोगों को ब्लैकमेल कर के रुपए वसूलते है।
Hello Friends, today I am sharing an audio recording as a revelation in front of you. In which I am talking to the biggest blackmailer of the Indian film industry who asks for money for not doing negative publicity of the film. #KRKBlackMailer #KRKKutta #RohitChoudhary pic.twitter.com/lzJIpTabTc
उन्होंने दावा किया कि किसी फिल्म की नेगेटिव पब्लिसिटी न करने के लिए वो 25 लाख रुपए लेते है। इस ऑडियो में केआरके कहते हुए सुने जा सकते है कि 25 लाख ही मेरा रेट है। यही हमारा काम है। हमारे पास भी स्टाफ है। उन्हें हमें पगार देनी होती है। आपको बता दें कि केआरके ने तापसी पन्नू की नेटफ्लिक्स पर आई फिल्म 'हसीन दिलरुबा' की रिव्यू नहीं दिया। जब इस बारे में यूजर्स ने उनसे सवाल किया तो उन्होंने इसके जवाब में कहा कि कि वो 'सी ग्रेड एक्टर्स की सी ग्रेड फिल्मों' का रिव्यू नहीं करते।
आपको बता दें कि केआरके ने पिछले महीने ही विद्या बालन की फिल्म 'शेरनी' की समीक्षा करने से भी इनकार कर दिया था। तब उन्होंने कहा था कि वो न तो 'छोटी फिल्में' देखते है और न ही उनकी समीक्षा करते हैं। केआरके ने बताया कि उन्हें कोई धमकी देकर या फिर कोर्ट में केस कर के किसी फिल्म की समीक्षा करने से नहीं रोक सकता है, बल्कि उनसे निवेदन करने और उन्हें नंबर-1 क्रिटिक के रूप में स्वीकार करने से ही वो किसी फिल्म का रिव्यू नहीं करेंगे।

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