वॉल्वो बसों को मिली चलने की इजाजत और चल पड़ा मनाली का पर्यटन कारोबार

मनाली. हिमाचल प्रदेश के पर्यटन स्थलों में मनाली को पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में से एक माना जाता है. हर साल यहां पर पर्यटकों का तांता लगा रहता है. लेकिन वर्ष 2020 से कोविड के कारण मनाली सुनसान हो गई थी और जिसका सीधा असर यहां के पर्यटन कारोबार पर पड़ा. लेकिन अब कोविड के कम होते मामलों के बाद एक बार फिर यह पर्यटकों से गुलजार होने लगी है और कारेाबार भी अब रफ्तार पकड़ने लगा.प्रदेश सरकार ने 50 प्रतिशत यात्री क्षमता के साथ वॉल्वो बसें चलाने की अनुमति दी है. इसके बाद अब पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों के चेहरे खिल गए हैं. काफी सारे पर्यटक वॉल्वो में सवार होकर मनाली पंहुच रहे हैं. बता दें कि वॉल्वो बसों को मनाली के पर्यटन कारोबार की रीढ़ की हड्डी कहा जाता है. ऐसे में कोविड के दौर में वॉल्वो बसों के न चलने से जहां ऑपरेटरों को करोडों का नुकसान हुआ, वहीं पर्यटन कारोबार पर भी इसका सीधा असर पड़ा था. लेकिन अब एकबार फिर प्रदेश में वॉल्वो बस सेवा बहाल होने के बाद जहां पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों ने रहात की सांस ली है, वहीं मनाली का पर्यटन कारोबार भी रफ्तार पकड़ने लगा है.पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि वॉल्वो बसों के चलने से अब एक बार फिर मनाली पर्यटकों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है और कारोबार भी अच्छा चल रहा है. उन्होंने कहा कि पहले वॉल्वो बसों के न चलने से काफी कम संख्या में पर्यटक मनाली का रुख कर रहे थे. किन्तु अब जैसे ही सरकार ने वॉल्वो बसों को प्रदेश में आने की अनुमति दी, उसके बाद उनके कारोबार में भी इजाफा होता जा रहा है. उन्होंने कहा कि उनके पास जुलाई मध्य तक की बुकिग आ रही है.

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