Lockdown Bad Effect: फिल्मी पर्दे पर दूसरों की कहानी दिखाते हैं, इनकी काैन दिखाएगा; पूरे साल में एक रुपये भी कमा न सके

जागरण संवाददाता, धनबाद। मल्टीप्लेक्स और सिंगल स्क्रीन सिनेमाघरों की हालत खस्ता है। सिनेमा के इतिहास में ऐसा पहली दफा हुआ है जब सिनेमाघरों को एक रुपये की भी कमाई नहीं हुई। खर्च जरूर बढ़ गया। प्रत्येक सिंगल स्क्रीन हर माह डेढ़ से दो लाख रुपये नुकसान उठा रहा है। इसमें सिनेमाघर का मेंटेनेंस, बिजली बिल, होल्डिंग टैक्स, मनोरंजन कर, लाइसेंस रिनुअल, जीएसटी, नगर निगम का यूजर चार्ज और कर्मचारियों का वेतन शामिल है। इसमें किसी भी तरह की छूट न मिलने से सिंगल स्क्रीन की तो कमर टूट चुकी है मल्टीप्लेक्स भी आर्थिक तौर पर कमजोर हुए हैं।


सिंगल स्क्रीन मालिकों ने खड़े किए हाथ
पिछले मार्च में लाकडाउन खुलने पर सिंगल स्क्रीन सिनेमाघरों और आइनाक्स मल्टीप्लेक्स ने भी तीन से चार लाख रुपये खर्च कर तैयारी कर ली थी। इस दफा सभी को सोचना पड़ रहा है। सिंगल स्क्रीन ने तो अनिश्चितकाल के लिए हाथ खड़े कर दिए हैं। आइनाक्स जैसे मल्टीप्लेक्स को भी फिल्म शुरू करने के लिए सोचना पड़ रहा है। सरकार ने भले ही सिनेमाघरों को 50 फीसद सीट क्षमता के आधार पर खोलने की अनुमति दे दी है, लेकिन दर्शकों को अगले कुछ दिनों तक इंतजार करना होगा। धनबाद की बात करें यहां पूजा टाकीज, रे टाकीज, देशबंधु झरिया, उषा टाकीज आदि सिंगल स्क्रीन में कोरोना से पहले फिल्में दिखाई जाती रही हैं।

आइनाक्स करा रहा साफ-सफाई, जल्द शुरू होगा मल्टीप्लेक्स
आइनाक्स लीजर लिमिटेड ने सिनेमाघर और मल्टीप्लेक्स खोलने पर झारखंड सरकार के निर्णय का स्वागत किया गया है। आइनाक्स खोलने को लेकर आधिकारिक बयान जारी किया है। आइनाक्स के अनुसार हमें खुशी है कि झारखंड सरकार ने सिनेमा संचालन को फिर से शुरू करने की अनुमति दी है। हम सरकार की सलाह के अनुसार प्रोटोकॉल के अनुसार अपने दर्शकों का स्वागत करने के लिए पूरी तरह से तैयार और उत्साहित हैं। स्वच्छता और कीटाणुशोधन के मोर्चे पर हमारी तैयारी किसी भी सार्वजनिक परिसर के लिए नए मानक स्थापित करेगी। सभागार के अंदर, लॉबी और टिकट काउंटर, हर जगह साफ-सफाई मिलेगी। अभी हम सिनेमा को संचालन के लिए तैयार कर रहे हैं। इसमें सफाई, स्वच्छता, तकनीकी तैयारी शामिल है। आपरेशन के लिए तैयार होते ही हम अपना सिनेमाघर खोल देंगे।
कई दूसरे राज्यों ने सिनेमाघरों को काफी राहत दे रखी है। आंध्र प्रदेश ने तीन माह का बिजली बिल और छह माह का होल्डिग टैक्स माफ कर दिया। दस लाख रुपये का ऋण 4.8 फीसद की सब्सिडी पर दिया है। पश्चिम बंगाल ने भी छह फीसद स्टेट जीएसटी में छूट दी है। केरल में मनोरंजन कर में छूट मिली हुई है। बंद अवधि लगभग 30 लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। अब फिर से सिनेमाघरों को चालू करने के लिए दो से तीन लाख खर्च कर पहले की तरह व्यवस्था बनानी होगी।
- प्रशांत कुमार सिंह, झारखंड सिनेमा प्रदर्शक संघ

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