35 किलो गांजा व 40 लाख बरामदगी मामले में सगे भाईयों की जब्त होगी संपत्ति

समस्तीपुर। बिथान थाना के तेलनी गांव से रविवार को 35 किलो गांजा एवं 40 लाख रुपये नगद बरामदगी मामले में पुलिस ने एनडीपीसी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है। इसके साथ ही आरोपितों पर मनी लॉड्रिग निरोधक कानून के तहत भी कार्रवाई होगी। पुलिस इसके लिए भी एक प्रस्ताव बनाकर प्रवर्तन निदेशालय को भेजेगी। मामले के आरोपितों की तलाश अभी भी जारी है, गिरफ्तारी नहीं होने की स्थिति में कोर्ट के आदेश से उसकी संपत्ति जब्त की जाएगी। वैसे पुलिस को उसके घर से बरामद सिम सहित दो मोबाइल से भी काफी सुराग मिलने की उम्मीद है।

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अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शहरियार अख्तर ने बताया कि गुप्त सूचना पर की गई छापेमारी के दौरान अलग-अलग खुले बोरे से कुल 35 किलो गांजा जब्त किया गया, वहीं राशन के डब्बों से 39 लाख 62 हजार 600 रुपये बरामद किये गए। मौके से सिम सहित दो मोबाइल भी जब्त किया गया था। छापेमारी दल में बिथान थाना के सब इंस्पेक्टर जय नारायण सिंह, उत्पाद निरीक्षक कपिल देव कुमार एवं अवर निरीक्षक मनोज कुमार पुलिस बल के साथ शामिल रहे। अवर निरीक्षक के बयान पर दर्ज हुई प्राथमिकी सब इंस्पेक्टर जयनारायण सिंह के बयान पर बिथान थाना में प्राथमिकी संख्या 96/2021 दर्ज की गई है। इसमें गांगो महतो के दोनों पुत्र अरविद महतो एवं देवेंद्र महतो को एनडीपीएस एक्ट के तहत आरोपित किया गया है। वहीं फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है। जब्त गाजे की कीमत करीब पांच लाख बताई। मौके पर बिथान थानाध्यक्ष मो. खुशबूद्दीन एवं अन्य पुलिस पदाधिकारी भी मौजूद रहे। आधा दर्जन के विरुद्ध होगी पीएमएलए के तहत कार्रवाई एसडीपीओ ने कहा कि गांजा तस्करी के माध्यम से अवैध संपत्ति अर्जित करने वालों के विरुद्ध मनी लॉ‌िर्ड्रग निरोध कानून (पीएमएलए) के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए प्रवर्तन निदेशालय को जल्द ही प्रस्ताव भेजा जाएगा। उन्होंने अरविद एवं देवेंद्र दोनों भाई के अलावा बिथान थाना के ही तेलनी निवासी समोली और रामबली के विरुद्ध भी उक्त प्रस्ताव भेजने की जानकारी दी। एसडीपीओ ने उक्त दोनों को भी इस अवैध कारोबार से जुड़े रहने की जानकारी दी। बताया कि इनके अन्य सहयोगियों की भी तलाश की जा रही है। इनके द्वारा अवैध रूप से अर्जित अकूत संपत्ति की जांच व कार्रवाई के लिए भी प्रस्ताव भेजा जा रहा है। नक्सल क्षेत्रों से तार जुड़े होने का लग रहा कयास विथान के गाजा तस्करों का तार नक्सल प्रभावित क्षेत्र से जुड़े होने का कयास लगाया जा रहा है। उड़ीसा के नक्सल क्षेत्र या नॉर्थ-ईस्ट क्षेत्र से ही गाजा का खेप यहां तक पहुंचने की बात कही जा रही है। हालांकि इस संबंध में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने केवल पड़ताल जारी रहने की ही बात कही है। लेकिन उन्होंने भी अन्य जिला में अपने स्तर से की गई कार्रवाई की चर्चा करते हुए नक्सल क्षेत्र से तार जुड़े होने की संभावना से इनकार नहीं किया है। अरविद के घर से बरामद मोबाइल और सिम से भी कई राज खुलने की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों की माने तो उक्त मोबाइल के सहारे विज्ञानी अनुसंधान प्रारंभ कर दिया गया है। यदि गंभीरता से पड़ताल व छानबीन की गई तो निश्चित रूप से पुलिस को बड़ी सफलता मिल सकती है। आखिर कैसे लग गई पुलिस के आने की भनक
बिथान थाना के सैदपुर में उत्पाद विभाग और स्थानीय पुलिस के पहुंचने के पूर्व ही पूरे परिवार के साथ तस्कर का फरार हो जाना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है। आखिर इतनी गोपनीय ऑपरेशन की भनक तस्कर तक पहुंची कैसे। हालांकि यह कोई पहली घटना नहीं है। इसके पूर्व भी कई बार पुलिस द्वारा अरविद महतो के घर छापेमारी की जा चुकी है। लेकिन ना तो गांजा ही जब्त किया जा सका और ना ही अरविद को ही पुलिस दबोचने में सफल रही। पुलिस को गांजा की खेप आने की सूचना अवश्य मिलती थी लेकिन जब तक पुलिस पहुंचती थी तब तक गांजा समेत तस्कर भी गायब हो जाता था। तीन वर्ष पूर्व भी खगड़िया में दर्ज हो चुका है मामला तीन वर्ष पूर्व खगड़िया थाना में भी अरविद महतो के विरुद्ध गांजा तस्करी का मामला दर्ज किया गया था। उक्त मामले में भी वह आज तक फरार चल रहा है। थाना से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सुदामापुर गांव में करीब एक दशक से गांजा तस्करी का धंधा बड़े पैमाने पर हो रही थी। बावजूद अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं करना निश्चित रूप से सिस्टम पर सवालिया निशान लगा रहा है। स्थानीय लोगों में भी दबे जुबान चर्चा जोरों पर है। लोगों की माने तो उत्पाद विभाग की टीम यदि नहीं पहुंचती तो संभवत: यह कार्रवाई भी संभव नहीं हो पाती।
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