पूर्णिया जिले की 60 पंचायतों में शुरू होगा ठोस कचरा प्रबंधन

पूर्णिया। जिले की 60 पंचायतों में इसी वित्तीय वर्ष में ठोस कचरा प्रबंधन का कार्य शुरू किया जाएगा। ग्रामीण विकास विभाग के जल एवं स्वच्छता मिशन द्वारा इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। चिन्हित पंचायतों का 15 जुलाई से डीपीआर तैयार किया जाएगा। इससे पूर्व जिले के तीन पंचायत पूर्णिया पूर्व प्रखंड के आदर्श ग्राम पंचायत चांदी, रुपौली के कोयली सिमड़ा पश्चिम और कसबा के गुरही पंचायत में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोग्राम पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई है। इसकी सफलता को देखते हुए जिले के 60 और पंचायतों में इसे शुरू किए जाने का निर्णय लिया गया है। ठोस व गीला कचरा प्रबंधन के जिला सलाहकार डॉ. मनीष कुमार ने बताया कि जिला जल एवं स्वच्छता समिति प्रस्ताव की जांच कर तकनीकी व प्रशासनिक स्वीकृति देगी।


1085 राजस्व गांव का किया गया है बेस लाइन सर्वे
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जिले में ओडीएफ प्लस योजना के तहत सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना के लिए जिले के 1085 राजस्व गांव का बेसलाइन सर्वे करवाया गया है। सर्वे में ग्रामीण इलाकों के घरों के साथ-साथ सरकारी और निजी संस्थान, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, छोटी-छोटी दुकानें, हाट बाजार को भी शामिल किया गया है। सर्वे के दौरान सार्वजनकि स्थल, सरकारी संस्था, बाजार, हाट, निजी व्यवसायिक भवन और गांव में उपलब्ध संसाधन के साथ-साथ कचरा प्रबंधन की वर्तमान स्थिति की जानकारी एकत्र की गई है। इसी बेसलाइन सर्वे के आधार पर चिन्हित पंचायतों के लिए डीपीआर तैयार किया जाएगा।
ग्रामीणों को कचरा सेग्रिगेट करने की दी जाएगी जानकारी
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गांव में ठोस कचरा के प्रबंधन के लिए लोगों को बीच जगरूकता अभियान चलाया जाएगा। गांव में ठोस कचरा के प्रबंधन के लिए ग्रामीणों को घरेलू कचरा के निष्पादन, प्लास्टिक कचरा के प्रबंधन के बारे में भी जानकारी देने के साथ-साथ उसके इस्तेमाल के बारे में बताया जाएगा। इसके साथ उन्हें कचरा को सेग्रिगेट करने के बारे में भी जानकारी दी जाएगी कि किस तरह के कचरे के लिए कौन सी विधि अपनायी जानी है। इसके अलावा उन्हें घर के स्तर पर ही कचरे को अलग-अलग करने के बारे में जानकारी दी जाएगी ताकि प्रबंधन में किसी तरह की परेशानी नहीं हो।
15 वी वित्त आयोग से योजना पर खर्च की जाएगी राशि
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लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के सीईओ ने 15 वीं वित्त आयोग में दी गई स्वच्छता मद की राशि का 30 प्रतिशत ठोस एवं तरल अपशिष्ठ प्रबंधन में खर्च किया जाना है। ठोस व गीला कचरा प्रबंधन के जिला सलाहकार डॉ. मनीष कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में तीन पंचायत में पूर्व से ही कचरा प्रबंधन का चल रहा है। उन्होंने बताया कि पंचायत में योजना के क्रियान्यवन को लेकर पहले पंचायत क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति से प्रस्ताव लिया जाएगा। इसके बाद जिला जल एवं स्वच्छता समिति प्रस्ताव की जांच कर तकनीकी व प्रशासनिक स्वीकृति देगी।
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