तालाबों के शहर में परिया पोखर को मिली नई पहचान

लखीसराय। शहरी क्षेत्रों में पारंपरिक जलस्त्रोतों को बचाने की सरकारी कवायद जारी है। तालाबों के शहर के रूप में विख्यात लखीसराय शहरी क्षेत्र में फिर मृतपाय तालाबों और पोखरों को पुनर्जीवित किया जा रहा है। शहर में अष्टघटी तालाब के बाद परिया पोखर दूसरा तालाब होगा जिसके जीर्णोद्धार पर दो करोड़ 31 लाख रुपये की राशि खर्च की गई है। वर्ष 2018 से पूर्व उपेक्षित सात एकड़ का परिया पोखर आज शहर का माडल पोखर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसका 17 जुलाई को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण करेंगे। ---


परिया पोखर की सूरत बदलने के लिए दो करोड़ की बनी योजना
दो करोड़ 31 लाख की लागत से परिया पोखर का जीर्णोद्धार कार्य पूरा होने के बाद पोखर को माडल तालाब बनाने और इसके विकास के लिए नगर परिषद के सभापति अरविद पासवान और नप ईओ आशुतोष आनंद चौधरी ने मिलकर करीब दो करोड़ की योजना तैयार की है। लोकार्पण के दिन नगर परिषद के सभापति मुख्यमंत्री के समक्ष परिया पोखर को और विकसित करने के लिए बनाई गई योजना के लिए फंड की मांग करेंगे। सभापति ने बताया कि दूसरे चरण में परिया पोखर के किनारे 38 लाख से मिट्टी भराई, उत्तर एवं पूर्वी भाग में 41 लाख की लागत से चहारदीवारी निर्माण, पोखर के उत्तर और पूर्वी भाग में 32 लाख की लागत से पीसीसी पथ निर्माण, पश्चिम भाग में 23 लाख की लागत से स्टील घेरा का निर्माण और 50 लाख की लागत से चिल्ड्रेन पार्क का निर्माण करने की योजना बनाई गई है। इस तालाब को शहर के माडल तालाब के रूप में विकसित किया जाएगा।

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