चाकू से गोदकर युवक की हत्या मामले में नहीं मिला कोई सुराग, तीन हिरासत में

दरभंगा। बहादुरपुर थानाक्षेत्र के दिलावरपुर में अजय कुमार कसेरा (36) की चाकू से गोदकर हुई हत्या मामले में तीसरे दिन भी पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। हालांकि, हिरासत में लिए गए तीन युवकों से पुलिस पूछताछ करने में जुटी है। वरीय पुलिस अधीक्षक बाबू राम ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। बहुत जल्द मामले का पर्दाफाश कर दिया जाएगा। कुछ लोगों से पूछताछ करने की बात कही है। इधर, अजय की निर्मम हत्या को लेकर लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। हालांकि, कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। बदमाशों ने अजय के शरीर को चाकू से छलनी कर दिया था। इससे प्रतित हुआ है कि हत्या करने के उद्देश्य से ही बदमाशों ने चाकू से अनगिनत प्रहार किए। हालांकि, इतनी बेर्ददी से उसकी हत्या क्यों की गई यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। परिवार से किसी की दुश्मनी भी नहीं है। ऐसी स्थिति में नशापान करने वाले लूटपाट दौरान ऐसी घटना को अंजाम दे सकता है, ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि गली में शराब की खेप उतारा जा रहा था। जिसे देखने के बाद अजय ने विरोध किया। इसी कारण से उसकी हत्या कर दी गई । बहरहाल, मामला जो भी हो पुलिस जांच करने में जुटी है। स्वयं एसएसपी घटना स्थल का जायजा ले चुके हैं। पूरे मामले पर उनकी पैनी नजर है। लेकिन, इस घटना से पुलिस गश्त पर सवाल उठने लगे हैं। घटनास्थल का जो क्षेत्र वह उसके आस-पास कई थानों का इलाका आता है। घटनास्थल बहादुरपुर थानाक्षेत्र में है। मुख्य सड़क के पश्चिम सदर थानाक्षेत्र, कुछ दूरी पर दोनार के पास बेंता और कोतवाली ओपी का इलाका है। अगर सभी थानों का पुलिस गश्त सघन होता तो ऐसी घटना को बदमाश अंजाम नहीं दे पाते । इधर, अजय की मौत से परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। पिता के अलावा घर में वह इकलौता कमाउं पुत्र था। चप्पत-जूते की दुकान में काम कर अपने छोटे भाई, बहन, पत्नी और दो माह की दुधमुहें बच्ची का पालन कर रहा था। लेकिन, अब उसके नहीं रहने से घर वालों पर दोहरा नुकसान हुआ है। पत्नी अब भी अपनी बच्ची को बार-बार देख बेहोश हो रही है। बता दें कि शनिवार की रात श्रवण कुमार कसेरा के पुत्र अजय कुमार कसेरा दरभंगा टावर स्थित चप्पल-जूते की दुकान से काम कर साइकिल से अपने घर जा रहा था। घर पहुंचने से कुछ दूर पहले गली में उसे बदमाशों ने चाकू से गोद दिया। सीने में चाकू लगने पर हाथ से जख्म को दबाकर युवक दौड़ते हुए घर पहुंचा और हल्ला कर कहा बचा लो। घर के अंदर से पिता और बहन प्रिती सहित कई लोग बाहर निकले तो अजय खून से लथपथ स्थिति में बेहोश नीचे पड़ा था। उसे उठाकर डीएमसीएच में भर्ती कराया गया। लेकिन, दूसरे दिन रविवार की सुबह इलाज दौरान उसकी मौत हो गई।


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