पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से शराब माफिया बासु दा गिरफ्तार, पूर्णिया लाया गया

पूर्णिया। मद्यनिषेध प्रभाग, पटना व पूर्णिया पुलिस की संयुक्त टीम ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से शराब माफिया विश्वजीत सरकार उर्फ बासु दा को गिरफ्तार कर लिया। बासु दा बिहार में अवैध रुप से शराब आपूर्ति करने के मामले में सबसे अव्वल था। साथ ही बिहार में नकली शराब व स्प्रीट की भी बड़ा आपूर्ति कर्ता था। आरोपित के पास से पुलिस ने 16 एटीएम कार्ड, दो ड्राइविग लाइसेंस, आधार, वोटर व पैन कार्ड भी बरामद किया गया है। पूर्णिया के डगरुआ समेत सीमांचल व कोसी के जोकीहाट, अररिया के साथ-साथ सुपौल के किशनपुर व राघोपुर थाना में भी मामला दर्ज है। गिरफ्तार आरोपित बिहार के पूर्णिया, अररिया, सुपौल, किशनगंज, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर व मोतिहारी आदि जिलों में लगातार अवैध शराब की आपूर्ति कर रहा था। विश्वजीत सरकार उर्फ बासू दा पश्चिम बंगाल के विधाननगर, सिलीगुड़ी से शराब की खेप ट्रकों के माध्यम बिहार के इन जिलों में आपूर्ति करता रहा है। प्रारंभिक पूछताछ में उसके बिहार में नकली शराब व स्प्रीट की आपूर्ति करने की बात भी सामने आई है। पूछताछ में यह बात भी सामने आयी है कि बंगाल में बड़ा सिडिकेट बनाकर वह अवैध शराब की आपूर्ति बिहार में करता रहा है। साथ ही ट्रक व पिकअप के माध्यम से अवैध शराब पूर्णिया, अररिया, सुपौल, किशनगंज, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर व मोतिहारी जिले में आपूर्ति करता रहा है। पुलिस का दावा है कि पूछताछ में बिहार में कई अन्य कांडों में भी उसकी संलिप्तता सामने आने की उम्मीद है। एसपी दयाशंकर ने बताया की विश्वजीत के खिलाफ डगरूआ थाने में दर्ज शराब के मामले में गिरफ्तारी का वारंट था जिसके आधार पर उसे सिलीगुड़ी से गिरफ्तार किया गया है। एसपी ने बताया की उसके पास से जो सोलह एटीएम कार्ड मिले हैं उसमें कुछ एटीएम कार्ड उसके नाम के बैंक खाते के हैं तो कुछ दूसरों के नाम के बैंक खाते हैं। इसके अलावा कुछ एटीएम में ग्राहक का नाम ही नहीं दर्ज है। पुलिस इन जब्त एटीएम की जांच कर रही है की यह किसके नाम से हैं तथा इन एटीएम से कितने क लेन देन हुआ है। विश्वजीत ने पूछताछ में पूर्णिया सहित सुपौल एवं बिहार के कई जिलों में सक्रिय शराब के नेटवर्क का खुलासा किया है। उसने पुलिस को इस बात की भी जानकारी दी है की बिहार के किन शराब माफियाओं द्वारा उससे शराब मंगाई जाती थी। शराब की खेप का भुगतान आन लाइन किया जाता था। पुलिस उसके द्वारा उपलब्ध कराई गयी जानकारी का सत्यापन कर रही है।


अन्य समाचार