मढ़ौरा में बुनियादी सुविधाएं बहाल करने में नगर पंचायत को कम पड़े 19 साल

संवाद सूत्र, मढ़ौरा (सारण) : 19 साल पहले मढ़ौरा नगर पंचायत का गठन किया गया था। तब लोगों ने खुद को नगर क्षेत्र का मान लिया था। बेहतर नागरिक सुविधाओं के उपभोग का सुखद स्वप्न लोग देखे लगे। वक्त गुजरने के साथ लोगों को सरकारी कामकाज के तरीके का आभास हुआ तो सुखद स्वप्न भंग हो गया। नपं क्षेत्र के लोग कड़वी सच्चाई से रुबरु हुए।

19 वर्षो में मढ़ौरा नगर पंचायत मुख्य पार्षद की कुर्सी तीन लोगों ने संभाली। यहां निजाम तो बदलते रहे विकास की गाड़ी अपनी पटरी में दौड़ नहीं सकी। सिर्फ नल जल योजना के मद में अनुमानित राशि लगभग सात करोड़ खर्च की गई। नपं क्षेत्र के निवासियों के अनुसार चार साल बीतने के बाद उन्हें पानी नसीब नहीं हुआ। दरवाजा पर नल तो लगा परंतु नल से पानी नही टपका। नगर को रोशन करने के लिये लगभग चार करोड़ की लागत से स्ट्रीट लाइट तथा हाई मास्ट लाइट लगाया गया। इनमें 90 फीसद खराब हो गए। छह लाख रुपये प्रति महीना सफाई पर खर्च करने वाला नगर पंचायत प्रशासन अब तक कचरा संग्रहित करने के लिए 19 वर्षो में कोई भू-खंड चयनित नहीं कर सका।
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नगर पंचायत मढ़ौरा एक नजर में
वार्ड : 16
कुल जनसंख्या : 50 हजार लगभग
महिला वोटर : 19600
पुरुष वोटर : 22 हजार
नगर पंचायत का अपना भवन : है
सार्वजनिक पार्क व व्यायामशाला : नहीं
प्रमुख पूजा स्थल: गढ़देवी मंदिर व शिल्हौरी शिव मंदिर
रेलवे स्टेशन : है
बस स्टैंड : नहीं, यहां सड़क किनारे व यात्री के संकेत पर कहीं भी बस ठहराव
शिक्षण संस्थान : मवि, उवि, आइटीआइ एवं पालीटेक्निक
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फोटो 22 सीपीआर 16
आपराधिक घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए नगर पंचायत के हर वार्ड में सीसीटीवी कैमरा के अलावा यहा शवदाह गृह एवं सार्वजनिक शौचालय का निर्माण होना चाहिए। जितने रुपये खर्च हुए हैं अगर प्रतिनिधि सही ढंग से प्रयास करते तो विकास की गंगा बहती, परंतु लूट-खसोट के कारण यहां नाले का गंदा पानी सड़क पर बहता है।
विकास कुमार, ग्रामीण ------------
फोटो 22 सीपीआर 17
वार्ड 14 में आज तक न नाले का निर्माण हुआ न तो किसी नल से पानी का एक बूंद टपका। आवास योजना की राशि अभी तक लोगो को नही मिली है ।
मंटू प्रसाद, स्थानीय निवासी
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आवास योजना की राशि आवंटित नहीं होने से प्रभावित है। जितनी भी योजना लंबित है, उसे संबंधित ठीकेदार को जल्द पूरा कराने का निर्देश दिया गया है।
मुकेश कुमार, ईओ नगर पंचायत मढ़ौरा
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फोटो 22 सीपीआर 14
- 45 लाख की लागत वाली बोरिग से नहीं मिला पानी
- 04 करोड़ स्ट्रीट व हाईमास्ट लाइट पर खर्च के बाद भी रात में अंधेरा
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