तीन दिनों से बंद है जिले में कोरोना टीकाकरण कार्य

= वैक्सीन की अनुपलब्धता सबसे बड़ी बाधा

जागरण संवाददाता, खगड़िया: कोविड टीकाकरण व टेस्टिग को लेकर प्रशासनिक स्तर पर एक्शन प्लान बनाया गया है। ताकि टीकाकरण में और तेजी लाया जा सके। परंतु, जिले में वैक्सीन की कमी से इसमें बाधा आ रही है। वैक्सीन की कमी से बार- बार टीकाकरण कार्य प्रभावित हो रहा है। लोगों में नाराजगी दिखने लगी है। जो रजिस्ट्रेशन के बाद अथवा दूसरा डोज लेने को लेकर निर्धारित तिथि पर टीकाकरण केंद्र तक पहुंचते हैं और वैक्सीन के अभाव में केंद्र बंद देख वापस लौट जा रहे हैं। यह स्थिति बीते माह से ही जारी है। वैक्सीन की अनुपलब्धता के कारण कभी एक तो कभी दो से तीन दिन तक, तो कभी सप्ताह भर टीकाकरण कार्य बंद रहता है। और लोग टीका लगवाने को लेकर भटकते रहते हैं। वर्तमान में जिले में मंगलवार से ही वैक्सीन समाप्त है। मंगलवार को मात्र 230 का टीकाकरण हुआ। बुधवार से वैक्सीन के अभाव में टीकाकरण बंद है। वैसे शनिवार सुबह तक जिले में वैक्सीन आपूर्ति की संभावना है। परंतु, वैक्सीन मात्र नौ सौ वाइल ही उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जो काफी कम है। नौ सौ वाइल दो दिन के टीकाकरण में नौ हजार लोगों को दी जा सकेगी। अगर इस बीच वैक्सीन की पुन: आपूर्ति हुई, तो ठीक, वरना फिर टीकाकरण बाधित होगा। अभी तक दो लाख 70 हजार 737 लोगों का हुआ टीकाकरण

प्रशासनिक स्तर पर अगले छह माह तक 11 लाख लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। जबकि जिले में बीते सात माह से जारी टीकाकरण कार्य के दौरान अब तक दो लाख 70 हजार 737 लोगों का ही टीकाकरण हुआ है। वैक्सीन उपलब्ध रहने पर टीकाकरण कार्य तेजी से होता है। परंतु, बार- बार वैक्सीन की अनुपलब्धता के कारण टीकाकरण कार्य बंद हो जाता है। ऐसी स्थिति में अगले छह माह के दौरान 11 लाख लोगों के टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करना मुश्किल होगा। कोट
वैक्सीन की आपूर्ति राज्य स्तर से होती है। राज्य में आपूर्ति के बाद वैक्सीन जिलों तक भेजी जाती है। जैसे- जैसे आपूर्ति होती है टीकाकरण किया जाता है। शुक्रवार रात तक या शनिवार सुबह तक में जिले में नौ सौ वाइल वैक्सीन की आपूर्ति हो रही है। शनिवार को टीकाकरण कार्य किया जाएगा।
डा. देवनंदन पासवान, डीआइओ।

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