आई रेड एप से पुलिस करेगी सड़क हादसों की मानिटरिंग

महासमुंद। जिले में सड़क हादसों की रोकथाम और इसकी वजह जानने के लिए पुलिस अब आई रेड एप का इस्तेमाल करेगी। यातायात पुलिस ने एप के इस्तेमाल के लिए डेमो शुरू कर दिया है जिसके पूरा होने के बाद सड़क हादसों की पूरी जानकारी एप ही अपलोड करेगी।

यातायात प्रभारी दीपेश जायसवाल ने बताया कि इस एप का इस्तेमाल रविवार से प्रयोग के तौर पर शुरू किया गया। इसके लिए सभी थाना प्रभारी को आइडी पासवर्ड दे दिया गया है। उन्होंने बताया कि यह एक इंटिग्रेटेड, रोड एक्सीडेंट डाटा बेस एप है। जिसे मोबाइल से आपरेट किया जा सकता है।
कहीं भी सड़क दुर्घटना होने पर मौके पर जांच अधिकारी पहुंचकर इस एप के माध्यम से जानकारी जुटाएगा कि मौके पर सड़क की स्थिति क्या है। दुर्घटना के समय विजिबिलिटी कितनी है। इसके अलावा सड़क के तीन मीटर की चौड़ाई में कितने स्पाट होल हैं। घटना का समय तड़के या रात के समय होने पर कोहरे की स्थिति क्या है।
इसके साथ ही गड्ढे में पानी की स्थिति क्या है। विवेचना अधिकारी मौके से ही एप के माध्यम से 10-10 सेकंड का वीडियो अपलोड करने के साथ घटना स्थल की फोटो भेज सकते हैं। इस एप का उपयोग होने से नेशनल क्राइम ब्यूरो को हर वर्ष एक्सीडेंट का अलग से डाटा भेजने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
तीन विभाग और शामिल
यातायात प्रभारी ने बताया कि उक्त एप में पुलिस विभाग के साथ परिवहन, लोक निर्माण और स्वास्थ्य विभाग को शामिल किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग को डेमो पूरा होने के बाद में जोड़ा जाएगा। उनका कहना है कि अन्य विभागों को जोड़ने से हादसे के विवेचना करने में उनका योगदान होगा जो अहम होगा।
इन छह राज्यों में हो रहा उपयोग
जानकारी के मुताबिक आई-रेड एप का इस्तेमाल वर्तमान में राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तामिलनाडु, आंध्र प्रदेश तथा कर्नाटक में किया जा रहा है। बताया जाता है कि इस एप के माध्यम से इन राज्यों की पुलिस विभाग ने दुर्घटना की वजह की जानकारी हासिल कर उसे सुधारने सफल उपाय किए हैं।
एप को एनआइसी तथा आइआइटी चेन्नई ने तैयार किया है।
ऐसे काम करेगा एप
आई-रेड मोबाइल एप को आपरेट करने एक लिंक मिलेगा। पुलिस विभाग के विवेचना अधिकारी के अलावा टीआइ भी एप आपरेट कर सकते हैं। एप आपरेट करने पासवर्ड जनरेट किया जाएगा। कहीं भी दुर्घटना होने की सूचना मिलने पर इन्वेस्टिगेशन आफिसर अपने मोबाइल से एप के माध्यम से घटनास्थल की लाइव फोटो, वीडियो भेज सकते हैं।
संबंधित विभाग जान सकेंगे खामियां
मौके पर पहुंचे विवेचना अधिकारी सड़क की स्थिति खराब होने पर एप के माध्यम से लोक निर्माण विभाग को जानकारी भेज सकेंगे। इसके साथ ही वाहन में तकनीकी खामी की वजह से हादसा होने पर परिवहन विभाग के अफसरों को जानकारी दी जाएगी। इसी तरह से घटनास्थल पर स्वास्थ्य विभाग ने अपने रिस्पांस टाइम में घायलों को क्या स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई उन्हें जानकारी मिलेगी।
तुमगांव रोड पर गाड़ाघाट मोड़ के पास सड़क दुर्घटना में कार के ऊपर ट्रक पलट जाने से तीन लोगों की मौत हो गई थी। मामले सड़क के टर्निंग की जानकारी लेने रोड सेफ्टी अफसर पहुंचे थे। आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे, तीन महीने बाद भी निर्देशों का पालन नहीं हुआ। रोड पर सुरक्षा मानकों का अब भी अभाव है।
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