एजेंसी को केंद्रीय सहायता मिलने के बावजूद नहीं बना फोरलेन

जागरण संवाददाता, छपरा: छपरा-हाजीपुर नेशनल हाईवे पर वाहनों का आवागम शीतलपुर-छपरा के बीच वर्षो से बंद है। पटना जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग सहारा है। इस फोरलेन सड़क का निर्माण हैदराबाद की कंपनी मधुकान 2009 से करा रही है। अबतक टुकड़े-टुकड़े में सड़क का निर्माण हुआ है। दो नदियों पर पुल, छह रेलवे क्रासिग पर आरओबी व फ्लाईओवर बनने का काम भी बाकी है। इस दौरान कंपनी को केंद्रीय सहायता भी मिली, लेकिन काम में तेजी नहीं आई।

इधर, अधूरे फोरलेन एनएच 19 के विशुनपुरा-टेकनिवास बाईपास पथ की चौड़ाई को बढ़ा छह लेन करने को डीपीआर तैयार किया जा रहा है। इस पथ से एक घंटे में पटना पहुंचने का सपना छपरा के लोग वर्षो से देख रहे हैं। फिलहाल छपरा के लोगों का वाहन गड़खा-सोनहो वाया परसा या पहलेजा जेपी सेतु होकर चल रहा है। लंबी दूरी और अधिक समय की पटना यात्रा से लोगों को भारी परेशानी है।

सड़क निर्माण एजेंसी ने आर्थिक तंगी का दिया था हवाला
एनएच-19 का प्रोजेक्ट पहले 387 और अब 600 करोड़ से अधिक का हो चुका है। भूमि अधिग्रहण में तेजी आने के बाद काम करने वाली एजेंसी ने आर्थिक तंगी का हवाला दिया। राशि के अभाव में बंद काम को देख केंद्र सरकार ने उसे 387 करोड़ रुपए आर्थिक सहयोग देने का निर्णय लिया। इसमें 175 करोड़ सरकार को देने थे और 172 करोड़ उसे बैंक लोन के रूप में मिलने थे। एजेंसी को अपनी राशि केवल 40 करोड़ खर्च करने थे। इस निर्णय के अनुरूप एजेंसी को केन्द्र सरकार से 159 करोड़ व बैंक लोन 156 करोड़ मिल चुके हैं। एजेंसी ने स्वयं की राशि 12 करोड़ खर्च करने के बाद हाथ खड़े कर दिए हैं।
एनएच आथोरिटी पर गलत बयानबाजी करने का आरोप
एनएच-19 के निर्माण में विलंब का मुख्य कारण एनएच आथोरिटी ने भूमि अधिग्रहण में विलंब और अधिग्रहित भूमि पर लोगों का अवैध कब्जा बताया है। स्वंयसेवी संस्था वेटर फोरम फार ट्रान्सपरेंसी के दायर नेशनल ग्रीन ट्रव्यूनल इस्टर्न जोन बेंच पश्चिम बंगाल में याचिका की सुनवई में प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने यही शपथ पत्र दिया है। इसपर जिला भू-अर्जन पदाधिकारी रजनीश कुमार ने कड़ी आपति जतायी है। उन्होंने कहा है कि एनएच-19 के भूअर्जन का कोई मामाला पेंडिग नहीं है और कहीं भी अर्जित भूमि पर अवैध कब्जा नहीं है। एनएचआइ ने एनजीटी में गलत बयानी की है। सड़क निर्माण में विलंब को लेकर उनकी यह बहानेबाजी है। हालाकि एनएचआई का इससे इंकार है।
पांच सौ करोड़ की लागत से छह लेन का बनेगा छपरा बाईपास
विशुनपुरा से टेकनिवास तक का बाईपास पथ फोरलेन छपरा-हाजीपुर एनएच 19 का हिस्सा है। यह बाईपास रोड अभी अधूरा है, जो छपरा के पास तीन एनएच को क्रास करती है। ऐसे में जाम से मुक्ति के लिए इस निर्माणाधीन बाईपास रोड की चौड़ाई बढ़ा छह लेन का करने को डीपीआर तैयार हो रहा है। इसके नवनिर्माण पर करीब 500 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है।
----------------
फोटो 2 सीपीआर 23
लापरवाही
- छपरा-हाजीपुर फोरलेन का निर्माण करने वाली एजेंसी की आर्थिक स्थिति खराब होने पर दी गई थी सहायता
- विशुनपुरा-टेकनेवास बाईपास पथ की चौड़ाई बढ़ा छह लेन करने को भी तैयार हो रहा डीपीआर
------------
- 159 करोड़ अबतक केंद्र सरकार दे चुकी है एजेंसी को
- 156 करोड़ बैंक से बतौर लोन एजेंसी को मिल चुके रुपये
-----------------

अन्य समाचार