बरसात के मौसम में सर्पदंश जैसी घटनाएं हो रही अधिक, बरतें ये सावधानिया

भभुआ, संवाद सहयोगी। जिले में बारिश का मौसम चल रहा है। खेत व सिवाना में पानी भरने के बाद धान की फसल लगाई जा चुकी है। खेतों में धान की फसल लगने व गड्ढ़ा में पानी लगने के बाद सांप व बिच्छू घरों में जाकर छिप रहे है। ऐसे में कभी कभी सांप व बिच्छू के काटने से व्यक्ति अचेत हो जा रहे हैं। कई बार तो मौत भी इस मामले में हो गई हैं। अभी हाल के दिनों में चैनपुर में चांदी के रंग की नागिन को संपेरा पकड़ कर ले गया। हालांकि अभी बरसात और होने के आसार हैं। ऐसे में इस सीजन में कीड़े- मकोड़े और सांप बिच्छू सबसे ज्यादा एक्टिव हो जाते हैं। ज्यादातर देखने में आया है कि कई घरों में लोगों के कूलर, पर्दों, गाड़ी या बेड में सांप छिपकर बैठ जा रहे हैं। मौका मिलते ही ये आपको नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।

इसलिए इस समय आपको सावधान रहने की जरूरत है। बात शहर की करें तो यहां पर बीते कुछ दिनों में कई लोगों के घरों में सांप निकलने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। वर्तमान में करीब एक से दो महीने के अंदर सर्पदंश से एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई है। चांद के लोहदन में इसी प्रकार के मामले में दो बच्चों की मौत का मामला सामने आया है।
इन बातों का रखें ध्यान -
- रात में घर में सोने के दौरान पूरा अंधेरा न करें, क्योंकि सांप अंधेरे वाली जगहों पर जाकर ही छुपते हैं।
- इन दिनों अपने कपड़ों को वार्डरोब में ही रखें ,क्योंकि कहीं भी कपड़े रखने से उसमें सांप-बिच्छू आसानी से घुस सकते हैं ।
- कपड़ा पहनने से पहले एक बार जोर से जरूर झटकें ।
- घर में कहीं पर भी कबाड़ और रदी न रखें , यहां पर भी सांप आसानी से छुप सकते हैं।
- सांप दिखाई पडऩे पर परेशान न हो , उस पर नजर रखें और संपेरा को या वन विभाग के पदाधिकारी से संपर्क करें।
- इन दिनों आपको जूतों को किसी सुरक्षित जगह में रखना चाहिए , जहां पर सांप-बिच्छू इसके अंदर न घुस सकें।
- अगर गलती से भी सांप काट ले तो काटने वाले स्थान के थोड़ा पहले रस्‍सी से उस स्थान को बांध दें, चीरा बिल्कुल न लगाएं उससे खून ज्यादा बह सकता है। कोशिश करें कि तुरंत अस्पताल पहुंचे।
- सांप काटने के बाद तत्काल अस्पताल पहुंचे, झाड़-फूंक के चक्कर में ना पड़े, नहीं तो स्थिति बाद में बिगड़ सकती है।

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