Bihar:जदयू ने कहा-आपदा के समय तो नहीं लेकिन आंदोलन में नजर आ जाएं तेजस्‍वी, यही बड़ी बात

पटना, आनलाइन डेस्‍क। जातीय जनगणना का मामला थमता नजर नहीं आ रहा है। इसी मुद्दे पर राष्‍ट्रीय जनता दल प्रदर्शन कर रहा है। सत्‍ता पक्ष के दलों के बीच भी खींचतान मची है। एक ओर जदयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने कह दिया है कि यदि केंद्र सरकार जातीय जनगणना नहीं कराएगी तो राज्‍य सरकार अपने दम पर ऐसा करेगी। हालांकि उनके इस बयान के बाद उपमुख्‍यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने इसे खारिज कर दिया। अब जदयू के मुख्‍य प्रवक्‍ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा है कि सामाजिक आर्थिक जनगणना का मामला तो विधानमंडल से पास है। यह बहुत जरूरी है क्‍योंकि ऐसा नहीं होने पर सरकार अपनी कल्‍याणकारी योजना कैसे बनाएगी। इसके साथ ही उन्‍होंने राजद के आंदोलन पर भी तंज कसा है।

विधानमंडल से सर्वसम्‍मति से पास है यह मामला
नीरज कुमार ने कहा कि सामाजिक आर्थिक जनगणना का मामला विधानमंडल में सर्वसम्‍मति से पास किया जा चुका है। तब राजद ने भी समर्थन किया। मुख्‍यमंत्री का भी इस पर मंतव्‍य आ चुका है। इसके बावजूद अगर ये आंदोलन करते हैं तो इसका क्‍या मतलब है। आपदा के समय तो नजर नहीं आते, आंदोलन में ही नजर आ जाएं यही बहुत है।
सामाजिक-‍आर्थिक गणना तो होनी ही चाहिए
नीरज ने कहा कि यह गणना तो होना ही चा‍हिए। लेकिन राजद का सामाजिक न्‍याय गरीबो-शोषितों का जमीन लिखवाना है। उनके संपत्ति सृजन का हथियार है। वे नीतीश कुमार से वे सीखें। समाज के हर वर्ग के लिए काम करते हैं। वे तनाव की खेती करते हैं लेकिन हम बिना तनाव किए सामाजिक न्‍याय के सिद्धांत पर काम करते हैं।आजतक लालू यादव को समाजिक न्‍याय के नाम पर कोई ऑवर्ड नहीं मिला है, लिकिन सीएम नीतीश को देश का सबसे बड़ा ऑवर्ड मिला है।
राजद की ओर से जिला मुख्‍यालयों पर किया जा रहा आंदोलन
बता दें कि मंडल कमीशन की सफािरिशें लागू होने की तिथि पर राजद की ओर से प्रदर्शन किया जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव के नेतृत्‍व में यह आंदोलन हो रहा है। राजद की प्रमुख मांगों में जातीय जनगणना कराने, आरक्षित कोटे से बैकलाग के रिक्‍त पदों को भरने, मंडल आयोग की शेष अनुशंसाओं को लागू करना शामिल है।

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