संवाद सूत्र, रोहतास। कैमूर पहाड़ी पर स्थित ऐतिहासिक रोहतासगढ़ किला पर वैसे तो कोरोनाकाल में इसबार पर्यटकों का कम ही आना जाना हुआ है। फिर भी लोग प्राकृतिक वातावरण में स्थित इस प्राचीन व पुरातात्विक किले को देखने के लिए बरसात के मौसम खासकर सावन मास में यहां काफी संख्या में पहुंचते हैं।
किला परिसर के अंदर लोग पिकनिक मनाते है और वहां पर कूड़े कचरे का अंबार लगाकर छोड़ देते हैं। जिससे कि किला के अंदर चारों ओर सडऩ एवं बदबू फैल रही है। जिससे किला देखने आने वाले पर्यटकों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है।
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पिकनिक के लिए जुट रहे लोग किला परिसर में फैला रहे हैं गंदगी
किला में खाना बना अपशिष्ट पदार्थ छोडऩे से उत्पन्न हो रही बदबू
किला पर तैनात कर्मी राकेश सिंह का कहना है कि बार-बार मना करने के बाद भी लोग किला के अंदर खाना बनाते हैं और वही पर अपशिष्ट पदार्थ छोड़ गंदगी कर चले जाते हैं, जबकि किला परिसर के अंदर किसी को भी खाना बनाने की अनुमति नहीं है। फिर भी लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आते है। हमलोगों के मना करने पर हमसे उलझ जाते हैं।
पूरे सावन मास तक दो सुरक्षा गार्डों की तैनाती अगर पुरातत्व विभाग द्वारा कर दी जाती तो शायद किला परिसर को स्वच्छ रखा जा सकता था। बिना रोक-टोक किला के अंदर रात्रि में लोग रुककर जगह-जगह गंदगी फैला कर छोड़ देते हैं। जिससे बाहर से आने वाले सैलानियों को किला परिसर में घूमने में परेशानी होती है।
बभनतालाब निवासी भरत यादव का कहना है कि जो लोग घूमने आते हैं या जो व्यक्ति किला में रहकर पिकनिक मनाते हैं और इसमें गंदगी फैला कर चले जाते हैं, वैसे लोगों को यह समझना चाहिए कि यह किला एक ऐतिहासिक धरोहर है। यहां के स्थानीय निवासियों को इसकी साफ-सफाई एवं रखरखाव को लेकर पहल करनी चाहिए।