विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी, बिहार और यूपी के 300 लोग बने शिकार

पटना, जागरण संवाददाता। Bihar Crime: खाड़ी देशों में नौकरी और वीजा दिलाने के नाम पर बिहार और यूपी के 300 से अधिक लोगों से करीब 60 लाख रुपये की ठगी की गई है। इस मामले में कोतवाली थाने में लिखित शिकायत की गई है। कोतवाली पुलिस ने उक्त मैनपावर कंपनी के डायरेक्टर मिथिलेश पांडेय, शीतल वर्मा सहित 15 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की है। कोतवाली इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह ने बताया कि दो सौ पन्नों का आवेदन मिला है। केस दर्ज किया गया है और मामले की छानबीन की जा रही है। संबंधित कंपनी के कार्यालय में पुलिस गई थी, लेकिन वहां कोई नहीं मिला।

पासपोर्ट रख कर 10 से 22 हजार रुपये ऐंठ लिए
कंपनी का कार्यालय पटना के डुमरांव पैलेस में है। विदेश भेजने के नाम पर यहां पिछले पांच से छह माह से ठगी की जा रही है। बेरोजगार युवकों से पासपोर्ट जमा कराया जा रहा था और वीजा दिलाने के नाम पर दस से 22 हजार रुपये ऐंठ लिए गए। कुछ लोगों से इससे भी अधिक रुपये लिए गए। इनमें सौ से अधिक यूपी के रहने वाले हैं। वहीं, बिहार के गया, भोजपुर, मधुबनी, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, बक्सर, सिवान सहित अन्य जिलों के युवक हैं। कंपनी के कर्मी वहां इन सभी लोगों का पासपोर्ट रख लिया। बताया गया कि जल्द ही उनका वीजा बनवाकर ओमान, दुबई, सिंगापुर, कुवैत, मलेशिया, थाईलैंड, यमन, अरब देश में नौकरी दिलवा देंगे।
दो से तीन महीने इंतजार, अब काट रहे चक्कर
लोगों ने दो-तीन महीने इंतजार किया। इसके बाद लोग आफिस का चक्कर लगाने लगे। इन्हें न तो वीजा मिला और न ही रुपये लौटाए गए। यहां तक की कई लोगों के पासपोर्ट तक लौटाए गए। इसके बाद सभी नियोजन भवन पहुंच गए। वहां से थाने में शिकायत की गई। इसके बाद मामला थाने में पहुंचा।
20 जून को दिए थे रुपये, जुलाई में देना था आफर लेटर
इनमें से कई ने 20 जून को रुपये दिए थे और दो जुलाई को इनका वीजा आने वाला था। इन्हें कहा गया था कि 25 जुलाई तक आफर लेटर मिल जाएगा। इसके बाद बाकी की रकम देनी थी। इन सभी से अलग-अलग राशि की मांग की गई थी। इसके बाद से एजेंसी में ताला बंद हो गया। वहां तैनात कर्मी का मोबाइल बंद हो गया। युवकों को कार्ड दिया गया था उस पर गुडग़ांव व आंध्र प्रदेश का नंबर और पता दिया गया था। पुलिस उक्त नंबर और पते की जानकारी जुटा रही है।

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