टीकाकरण के बाद जीविका दीदी की रसोई मामले में पूर्वी चंपारण बना सूबे का माडल

मोतिहारी । कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण में बेहतर प्रदर्शन कर देश और राज्य में मिशाल बना पूर्वी चंपारण अब एक और मामले में पूरे बिहार में नजीर बनने जा रहा है। जी हां, मोतिहारी सदर अस्पताल में संचालित जीविका दीदी की रसोई पूरे राज्य में मॉडल साबित हो रहा है। इससे प्रभावित होकर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मोतिहारी सदर अस्पताल में संचालित दीदी की रसोई की सराहना की है। जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि मुख्यमंत्री 10 अगस्त को आनलाइन अवलोकन करनेवाले थे, पर व्यस्त कार्यक्रम के कारण दीदी की रसोई की पूरी व्यवस्था का अवलोकन नहीं कर सकेंगे। लेकिन दीदी की रसोई का उस दिन लाइव प्रसारण किया जाएगा। बता दें कि जिले के सदर अस्पताल में कुछ दिन पहले शुरू हुए जीविका दीदी की रसोई से मरीजों को शुद्ध और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि मोतिहारी सदर अस्पताल में जीविका दीदी रसोई के तहत मरीजों को चार बार पौष्टिक नाश्ता व भोजन निश्शुल्क दिया जा रहा है। सुबह साढ़े सात बजे दूध, अंडा, सेव, केला व ब्रेड, दोपहर में चावल, रोटी, दाल, हरी सब्जी व सलाद, शाम में चाय बिस्किट व रात्रि में रोटी, चावल, दाल, हरी सब्जी व सलाद मिलता है। दीदी की रसोई में डायट चार्ट के अनुसार समय पर भोजन से नाश्ता तक उपलब्ध रहता है। डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि जल्द ही बाहरी लोगों के लिए भी सुविधा चालू की जाएगी। सदर अस्पताल में जीविका दीदी की रसोई से मरीजों को स्वादिष्ट व पौष्टिक भोजन सही समय पर मिलने से परिजन व मरीज में हर्ष है।

अनुमंडल व पीएचसी में भी शुरू होगी दीदी की रसोई
दीदी की रसोई के बेहतर तरीके से संचालन के बाद अब अनुमंडलीय अस्पताल व पीएचसी में भी दीदी की रसोई प्रारंभ करने की स्वीकृति मिल गई है। जीविका के जिला प्रबंधक वरूण कुमार ने बताया कि दीदी की रसोई जल्द अनुमंडल व प्रखंड के पीएचसी से प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चार समय गर्मागर्म भोजन के साथ भोजन की गुणवत्ता पर खास ध्यान दिया जा रहा है। यह भोजन मरीजों को पूरी तरह से निश्शुल्क देना है। सरकारी स्तर पर तय 150 रुपये प्रति मरीज की दर से जो भुगतान होगा वह जीविका दीदी के बैंक खाता में सीधे राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा भेजा जाएगा।

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