सामाजिक, धार्मिक व सांस्कृतिक विरासतों को संरक्षण देने के लिए विहिप संकल्पित

सीतामढ़ी। जानकी जन्मभूमि पुनौरा धाम स्थित एक विवाह भवन में विश्व हिदू परिषद की दो दिवसीय उत्तर बिहार प्रांतीय बैठक हुई। इसमें उत्तर बिहार से जुड़े हुए सभी जिला के पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक को संबोधित करते हुए विश्व हिदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद्मविभूषण डॉ. रविद्र नारायण सिंह ने कहा कि संगठन के कार्यकर्ता और पदाधिकारी गोरक्षा, मठ-मंदिर संरक्षण, पुराने मंदिरों के पुनरुद्धार के लिए संकल्पित है। जानकी जन्मभूमि का विकास किया जाएगा। मंदिरों की जमीन को अतिक्रमण मुक्त बनाना प्रत्येक हिदू समाज की नैतिक जिम्मेदारी है। अवैध धर्मांतरण को रोकने के लिए हिदू समाज को जागृत रहने की आवश्यकता है। हिदू समाज के लिए उनके सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, विरासतों को संरक्षण देना आवश्यक है। मंदिरों द्वारा चलने वाले संस्कार, शिक्षण संस्थान, स्वास्थ्य सेवा, उत्सव एवं धार्मिक, सामाजिक गतिविधियों से समाज संगठित होगा। हिदू मंदिर पर सरकारी नियंत्रण ना होकर उसे समाज को सौंप देना चाहिए और उसकी आमदनी से समाज में सनातन संस्कृति का प्रचार प्रसार होना चाहिए। अवैध धर्मांतरण को रोकने की दिशा में भी हम सभी को मजबूती से काम करने की आवश्यकता है। विश्व हिदू परिषद के कार्यकर्ता मां, मातृभूमि, गौ माता, गंगा और गीता में विश्वास करते हैं। और सनातन संस्कृति और सनातन वैभव की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करते हैं। क्योंकि, यही हमारी पहचान है। धर्मांतरण पर रोक व बांगलादेशी घुसपैठियों को खदेड़ने पर जोर


बैठक में बीते छह माह के कार्यकमों की समीक्षा के बाद आगामी कार्यक्रमों की योजना बनाने की बात कही गई। वही, तीन प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार से गो वंश की संपूर्ण सुरक्षा व गो हत्या पर पूर्ण प्रतिबध लगाने, धर्मांतरण पर रोक व बांगलादेशी घुसपैठियों को बाहर निकाल सीमा की सुरक्षा व समान नागरिक संहिता की मांग की गई। भारत के परिवार अपने परंपरागत कार्य से विमुख नहीं हों। अन्यथा दिनानुदिन परालंबी होकर अपने संस्कारों व संस्कृतियों से विमुख होकर समाप्त हो जाएगा। वे सामाजिक सहयोग और समरसता से कट जायेंगे। देश को मतांतरण के अभिशाप से मुक्ति के लिए कठोर कानून का प्रावधान किया जाना चाहिए। लव जिहाद का षड्यंत्र मतांतरण का सबसे घिनौना प्रकार है। इससे पीड़ित महिलाओं का समाचार आये दिन देखने को मिल रहें हैं। इनपर कठोर कानून का प्रावधान किया जाना चाहिए। ताकि, भारत इन राष्ट्रविरोधी, हिदू विरोधी और मानवता विरोधी षड्यंत्र से मुक्ति पा सकें। मौके पर केंद्रीय महामंत्री मिलिद प्रानडे, प्रांत अध्यक्ष कृष्ण देव झा, क्षेत्रीय अधिकारी केशव राजू, विश्व हिदू परिषद जिला अध्यक्ष राम विनय कुशवाहा, केंद्रीय मार्गदर्शक सदस्य भूषण दास, धर्माचार्य अरविद तिवारी, प्रांत सह मंत्री अरविद झा, आग्नेय कुमार, बजरंग दल प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख उत्तर बिहार अधिवक्ता रंजन कुमार सिंह, बजरंग दल जिला संयोजक ईश्वरनारायण दास, संतोष देशमुख, दीपक गाड़िया, शिवहर के अशोक उपाध्याय, कृष्णनंदन शानू, बालकृष्ण सिंह व कमल हाथी सहित विभिन्न जिलों के कार्य समिति सदस्य मौजूद थे।

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