कैमूर में मांगों को लेकर आशा ने पीएचसी पर किया धरना प्रदर्शन

कैमूर। स्थानीय प्रखंड के पीएचसी पर सोमवार को बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ गोप गुट बिहार राज्य कमेटी के आह्वान पर आशा कार्यकर्ताओं द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। आशा द्वारा पीएचसी पर सरकार विरोधी जमकर नारेबाजी की गई। इस दौरान उनकी मांग थी कि आशा और आशा फैसिलेटरों को स्वास्थ्य विभाग की नियमित कर्मचारी घोषित की जाए। पारितोषिक और कोरोना भत्ता सहित तमाम बकाया का अविलंब भुगतान करने, 40 हजार ही नहीं सभी आशा कार्यकर्ता और आशा फैसिलेटर को स्मार्ट फोन देने, अश्वनी पोर्टल में आशाओं के पारिश्रमिक दावा लोड करने को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति से एक मार्गदर्शिका जारी करने, आशाओं के पारिश्रमिक भुगतान को निगरानी के लिए राज्य स्तर पर एक मानीटरिग सेल गठित करने की मांग की। आशा संघ की जिलाध्यक्ष शब्या पांडेय ने कहा कि सरकार आशा कार्यकर्ताओं के वाजिब मांगों को पूरा नहीं कर रही है। इसके पूर्व भी इन मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया गया था। उस समय शीघ्र ही मांगों को पूरा करने का आश्वासन स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारियों द्वारा दिया गया था। लेकिन लंबा समय बीत जाने के बाद भी अबतक उन मांगों को पूरा करने की दिशा में कोई पहल नहीं की गई। इसके बाद आशा संघ के प्रखंड अध्यक्ष कंचन देवी ने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी लाभकारी योजना के संचालन में आशा कार्यकर्ता हमेशा आगे रहती हैं। लेकिन उनकी मांगों पर कोई पहल नहीं की जा रही है। इसको लेकर रामपुर पीएचसी में कार्यरत आशा के द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया है। इस मौके पर ज्ञान्ती देवी, पार्वती देवी, बैजंत देवी, धर्मशीला देवी, कंचन देवी, अनिता देवी, उषा देवी, आशा देवी, सहित दर्जनों आशा कार्यकर्ता धरना में शामिल थी।


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