आरोपित का बयान और पुलिस की जांच प्रत्यक्षदर्शी से अलग

जमुई। जमुई में दिनदहाड़े महिसौड़ी इलाके में नौ अगस्त को हुई हत्या मामले में गिरफ्तार टाइगर का बयान और पुलिस की जांच में अब तक जो बातें सामने आई है वह इस ओर इशारा कर रही है कि पुलिस की तफ्तीश से आरोपितों को लाभ मिलेगा। बेखौफ अपराधियों का दुस्साहस बड़ी संख्या में सड़क पर चलते लोगों ने सरेआम देखा।

आरोपित का बयान और अब तक पुलिस जांच में जो बातें सामने आई है वह लोगों द्वारा देखी गई वारदात से बिल्कुल भिन्न है। जो अपराधियों को बचने की दिशा में मजबूत हथियार साबित हो सकता है। कांड का मुख्य आरोपित बेला मानपुर और अब इंदपे जमुई का टुनटुन यादव उर्फ टाइगर ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस को दिए बयान और डायरी में और जांच के क्रम में गवाहों के जो बयान लिखे गए हैं वह बता रहा है कि टुनटुन यादव और अन्य बाइक पर पूजा करने के लिए जा रहे थे। जहां मृतक ऋतु सिन्हा रास्ते में बाधक बनकर मारपीट करने लगा और बहुत आग्रह पर भी जब नहीं माना तो अपनी जान बचाने के लिए घटना को अंजाम दिया है। कंफेशनल स्टेटमेंट और केस डायरी के बयान में यह भी कहा गया है कि वह सभी सोमवार को बाबा भोलेनाथ की पूजा के लिए सिकंदराडीह जा रहे थे। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जिस रास्ते पर हत्या की वारदात हुई है वह रास्ता किसी भी हालत में कहीं से भी किसी प्रसिद्ध शिवालय सिकंदराडीह नहीं जाता है। सवाल यह भी है भगवान भोलेनाथ की पूजा के लिए जाने वाले टाइगर और उसके अन्य साथी पिस्तौल लेकर क्यों जा रहे थे। गिरफ्तारी मेमो में जो हस्ताक्षर किया गया है, उसमें भी 19 वर्षीय टुनटुन यादव ने अपने नाम के आगे हस्ताक्षर में टाइगर लिखा है। टुनटुन यादव ने बताया कि उसका एक भाई बीएसएफ में में है और बहन बीएमपी में है।

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