सरकार के आदेश की प्रतियां जलाकर शिक्षक संघ ने जताया विरोध

जागरण संवाददाता, सुपौल: बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ गोप गुट के प्रदेश अध्यक्ष के आह्वान पर शनिवार को संघ के जिलाध्यक्ष पंकज कुमार जायसवाल के नेतृत्व में गांधी मैदान में प्रधान शिक्षक, प्रधानाध्यापक की सीधी नियुक्ति से संबंधित सरकार के आदेश की प्रतियां जलाकर विरोध प्रकट किया है। संघ के अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में पंचायती राज संस्था एवं नगर निकाय संस्था के तहत प्रारंभिक एवं माध्यमिक शिक्षक नियुक्ति नियमावली यथा संशोधित 2020 में प्रधान शिक्षक /प्रधानाध्यपक के पद को वर्तमान में कार्यरत योग्य एवं अनुभवी शिक्षकों के प्रोन्नति से भरे जाने का प्रावधान है। जबकि बिहार सरकार ने राज्य के प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में वर्तमान में कार्यरत करीब चार लाख शिक्षकों के हक की हकमारी करते हुए प्रतियोगिता परीक्षा द्वारा प्रधान शिक्षक/प्रधानाध्यापक पद पर बहाल करने का आदेश जारी किया है। जिसमें माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में प्राइवेट विद्यालय के शिक्षकों को भी शामिल होने का प्रावधान किया गया है जो सरकारी स्कूल के शिक्षकों के साथ धोखाधड़ी है। संघ के जिला कोषाध्यक्ष अभिमन्यु झा, जिला उपाध्यक्ष राम सेवक यादव, जिला सचिव राजीव कुमार झा, विजय कुमार व अरविद कुमार ने कहा कि शिक्षक नियुक्ति नियमावली 2006 यथा संशोधित नियमावली 2012 में नियोजित प्रारंभिक शिक्षक का तीन ग्रेड बेसिक, स्नातक एवं प्रधानाध्यापक बनाया गया। जिसमें प्रोन्नति का प्रावधान था। जिसके आलोक में बेसिक एवं स्नातक शिक्षक सेवा अवधि के अनुसार प्रोन्नति से प्रधानाध्यापक बनने का हकदार है। निर्धारित सेवा अवधि प्राप्त कार्यरत शिक्षकों को आज तक प्रोन्नति का लाभ मिला नहीं है। लेकिन प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षकों की सीधी नियुक्ति लाकर कार्यरत शिक्षकों के साथ बिल्कुल धोखा है। मौके पर विकास कुमार, रामधारी चौधरी, प्रमोद पासवान, गुलरेज आलम, सत्यनारायण राम, मनीष कुमार, सिकंदर कुमार, संजय कुमार यादव, रेशमा खातून, जवाहर पासवान, विवेक झा, शिवशंकर कुमार, रीता कुमारी, संगीता कुमारी, ममता कुमारी, सुदीना कुमारी, माधवी लता, सिकु कुमारी आदि शामिल थे।


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