अररिया के अधिवक्ताओं ने अपने वरिष्ठ साथी के निधन पर जताया शोक, दी श्रद्धांजलि

संसू, अररिया: अररिया जिले में 69 वर्षो के एक लंबे वक्त तक वकालत पेशे से जुड़े रहने वाले एवं जिला बार एसोसिएशन के डायमंड आफ दीस बार के कहे जाने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता नहीं रहे। बिहार स्टेट बार काउंसिल, पटना के निर्देश पर दो बार सम्मानित हुये इन वरिष्ठ अधिवक्ता के आकस्मिक निधन पर अररिया के दोनों संघों के अधिवक्ताओ ने शनिवार को संयुक्त शोक सभा आयोजन किया तथा अपने बिछुडे साथी को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। इसी क्रम में अधिवक्ताओं ने दो मिनट का मौन रखकर अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त किया। बैठक की अध्यक्षता वरीय अधिवक्ता लक्ष्मी नारायण यादव ने की। शोकसभा में उपस्थित अधिवक्ताओं ने अपने बिछुडे साथी की जीवनी पर प्रकाश डालते कहा कि सौभ्य विचारवान से ओतप्रोत सूर्यकांत बाबू एक सादगी जीवन में रहते अपने वकालत पेशे को गरिमापूर्ण ढंग से निकाला। उनका जन्म वर्ष 1924 के जनवरी महीने में हुआ था। उन्होंने वकालत की डिग्री लेने के बाद सबसे पहले वर्ष 1953 में प्लीडर बन कर वकालत पेशे की शुरूआत की। तत्पश्चात वर्ष 1964 से लगातार अधिवक्ता के रूप में कार्य किये और पुराने पूर्णिया जिले मे प्रजुकूशन की तरफ से वकालत पेशे में अपनी इस कदर जगह बनाई कि वे एक हस्ती के रूप में निखरे। इस क्रम में सूर्यकांत बाबू एक लंबे वक्त तक सरकार की ओर से भी कोर्ट के कामकाज में प्रतिनिधित्व भी किए। नेकदिल इंसान सूर्यकांत बाबू अपने वकालत पेशे की गरिमा को अंत तक बनाए रखा। दीवानी एवं फौजदारी दोनों मामले मे कानून में समान पकड़ उनके वकालत पेशे में निष्ठावान कार्य को दर्शिता रहा। किसी भी लंबित मामले मे विपक्षी अधिवक्ता भी उनके साथ कोर्ट में भाग लेने पर गौरवान्वित होते रहे। वरीय अधिवक्ता मै ताहा ने डायमंड आफ दीस बार की संग्या दिया। जबकि लक्ष्मी यादव ने कहा कि बिहार स्टेट बार काउंसिल के निर्देश पर जिला बार एसोसिएशन द्वारा उन्हें दो बार सम्मानित किया गया था।

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उनका गुरुवार की देर रात्रि में ही निधन हुआ था। शोक सभा में जिला बार एसोसिएशन एवं अधिवक्ता संघ द्वय के अध्यक्ष विनय ठाकुर व मंजूर आलम, सचिव राज कुमार राही व जागेश्वर भगत, पूर्व अध्यक्ष देवेन्द़ मिश्र, कृष्ण मोहन सिंह, शारदा नंद ठाकुर, मो हासिम सहित वरीय अधिवक्ता कामदेव मंडल, श्याम लाल यादव, नरेंद्र झा, मो ताहा, अशोक वर्मा, मो ताहा, इरशाद आलम, विष्णु कांत मिश्र, तपन बनर्जी, केके झा, निपेन्द़ सिंह, नरेंद्र प्रसाद गुप्त, कृपानंद मंडल,अशोक मिश्र, विनोद सिंहा, कमल साह, मनीसुर रहमान, निपेन्द़ सिंह, अमर कुमार आदि अधिवक्ताओं ने उपस्थित होकर ईश्वर वाले से अपने बिछुडे वरिष्ठ साथी की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किए।

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